ऊर्जा भवन में अवर अभियंताओं ने दिया धरना, गुल रही बिजली
पीएफ घोटाले के विरोध में बुधवार को ऊर्जा भवन में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के बैनर तले अवर अभियंताओं ने धरना दिया। उनके धरने में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल हुए।
मेरठ, जेएनएन : पीएफ घोटाले के विरोध में बुधवार को ऊर्जा भवन में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के बैनर तले अवर अभियंताओं ने धरना दिया। उनके धरने में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल हुए।
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के क्षेत्रीय अध्यक्ष आरएस गुप्ता ने कहा कि सरकार से हमारी एक ही मांग है। भविष्य निधि की सरकार गारंटी ले। इसी बात को लेकर कर्मचारी आंदोलित है। क्षेत्रीय सचिव अरविंद बिंद, जिलाध्यक्ष साहब सिंह, जिला सचिव विकास वर्मा ने कहा कि अवर अभियंता पूरे डिस्कॉम में कार्य बहिष्कार पर हैं। 23 नवंबर तक यह कार्य बहिष्कार चलेगा। अवर अभियंताओं ने सरकार से मांग की है कि पीएफ घोटाले में सीबीआइ जांच जल्द शुरू हो और दोषियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए। अवर अभियंताओं के कार्य बहिष्कार का समर्थन विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने भी किया।
चार स्थानों पर गुल रही बिजली
अवर अभियंता पूरे दिन कार्य बहिष्कार पर रहे। जिससे कुछ स्थानों पर विद्युत आपूर्ति प्रभावित रही। लेकिन संविदा कर्मचारियों ने विद्युत आपूर्ति जल्द ही सुनिश्चित कर दी। कार्य बहिष्कार के चलते सिविल लाइंस, सौफीपुर, कंकरखेड़ा, शास्त्रीनगर में क रीब एक घंटे तक आपूर्ति ठप रही। वहीं, मोहकमपुर, शताब्दी नगर, शारदा रोड, घंटाघर और जागृति विहार में बिजली की आंख मिचौली जारी रही।
कैश काउंटर, पर परेशान रहे उपभोक्ता
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के कार्य बहिष्कार से वापस लौटने के बाद बुधवार को कैश काउंटर तो खुले लेकिन कहीं एक खिड़की तो कहीं दो खिड़की पर ही कर्मचारी बैठे। जिससे उपभोक्ताओं को बिल जमा करने में परेशानी का सामना करना पड़ा। उधर पीवीवीएनएल समेत मुख्य अभियंता, भंडार कार्यालय में अधिकारी बैठे जरूर लेकिन दिनभर काम नहीं हुआ।
28 नवंबर से करेंगे अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार
राज्य विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की बैठक बुधवार को लखनऊ हुई। जिसमें 28 नवंबर से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया गया है। इसमें राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन भी शामिल रहेगा। केवल 400 केवी पारेषण और सिस्टम आपरेशलन की शिफ्ट को छोड़कर कार्य बहिष्कार रहेगा। इससे पहले 21 से 26 नवंबर तक विरोध सभा होगा। 21 नवंबर को जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन दो अभियान रहेगा। 27 नवंबर को मुख्यालय पर मशाल जुलूस निकाला जाएगा। चेतावनी दी गई है कि अगर इस दौरान किसी अधिकारी या कर्मचारी का उत्पीड़न या गिरफ्तारी की गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी जाएगी।