बिजनौर से जुड़े हो सकते हैं उमर गौतम के तार, मतांतरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश

यूपी एटीएस द्वारा मतांतरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने के बाद बिजनौर में भी हलचल है। एक वीडियो में कह रहा उमर नासिर ने कुबूल करवाया था इस्लाम। मामला पुराना पर खुफिया एजेंसियां मामले की जांच-पड़ताल में जुटीं।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 08:00 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 08:00 AM (IST)
बिजनौर से जुड़े हो सकते हैं उमर गौतम के तार, मतांतरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश
मतांतरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश ।

बिजनौर, जेएनएन। यूपी एटीएस द्वारा मतांतरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने के बाद बिजनौर में भी हलचल है। पकड़ा गया उमर गौतम एक वायरल वीडियो में कह रहा है कि उसे बिजनौर निवासी नासिर नाम के एक व्यक्ति ने नैनीताल में इस्लाम कुबूल करवाया था। हालांकि यह 1984 के आसपास का मामला है इसलिए नासिर कौन है और अब कहां रहता है, यह पता लगाना मुश्किल हो रहा है। इसके बाद भी खुफिया एजेंसियां नासिर की तलाश में हैं।

यूपी एटीएस ने बड़े पैमाने पर मतांतरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए उमर गौतम और जहांगीर को गिरफ्तार किया है। फतेहपुर निवासी उमर गौतम का पहले श्याम प्रताप सिंह गौतम नाम था। पुलिस का दावा है कि इसने बड़ी संख्या में हिंदुओं का मतांतरण कराया है। पकड़े गए आरोपित उमर की वजह से खुफिया विभाग की नजर बिजनौर पर पड़ी है। एक वायरल वीडियो में उमर कह रहा है कि नैनीताल में पढ़ाई के दौरान उसे बिजनौर निवासी नासिर ने इस्लाम कुबूल करवाया था। हालांकि उसने यह कार्य अपनी मर्जी से करना बताया है। अब खुफिया एजेंसियां नासिर के बारे में भी जानकारी जुटा रही हैं कि नासिर फिलहाल कहां है, उसकी स्थिति क्या है, और उसने कितने हिंदुओं का मतांतरण कराया आदि।

उमर के किसी बिजनौर कनेक्शन पर भी खुफिया विभाग की नजर है। नासिर के बारे में आइबी भी अपने स्तर से पड़ताल कर रही है, कुछ धर्मस्थलों से भी पता कराया जा रहा है कि यदि वो करीब 37 साल बाद भी बिजनौर में कहीं है तो कहां है, क्या कर रहा है। हालांकि स्थानीय पुलिस प्रशासन नासिर के बारे में कोई इनपुट मिलने से इन्कार कर रहा है।

नजर रख रही है पुलिस

नासिर के बारे में हमसे अभी कोई सूचना नहीं मांगी गई है, फिर भी मामला जानकारी में आने के बाद सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस को इस मामले पर नजर रखने को कहा गया है।

डा. धर्मवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक

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