दारुल उलूम के उलमा का नया फरमान, शादी में दहेज और डीजे-डांस से करें परहेज
आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड द्वारा चलाए जा रहे अभियान आसान मसनून निकाह के तहत देवबंद में इस्लाही मुआशरा (समाज सुधार) जलसे का आयोजन हुआ। इसमें उलमा ने लोगों से शादी में होने वाली फिजूलखर्ची को छोडऩे मस्जिदों में सादगी से निकाह और दहेज लेनदेन छोडऩे का आह्वान किया।
सहारनपुर, जेएनएन। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड द्वारा चलाए जा रहे अभियान आसान मसनून निकाह के तहत देवबंद में इस्लाही मुआशरा (समाज सुधार) जलसे का आयोजन हुआ। इसमें उलमा ने लोगों से शादी में होने वाली फिजूलखर्ची को छोडऩे, मस्जिदों में सादगी से निकाह और दहेज लेनदेन, डीजे, डांस व अन्य रस्मों को छोडऩे का आह्वान किया।
इस्लाम के मुताबिक मस्जिदों में सादगी से हो निकाह : मुफ्ती अहसान
दारुल उलूम जकरिया में आयोजित जलसे में दारुल उल्रूम वक्फ के उस्ताद मौलाना मुफ्ती अहसान कासमी ने कहा कि शादी में फिजूलखर्ची और रस्मों रिवाज हावी हो गए है। दहेज की लानत के चलते हमारी जवान बेटियां घरों में बैठी हैं। वर्तमान में जरूरत इस बात की है कि शादी को इस्लाम के मुताबिक आसान बनाया जाए। दारुल उलूम की मजलिस-ए-शूरा के सदस्य सैयद अंजर हुसैन मियां ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के समाज सुधार कार्यों की प्रशंसा की। दारुल उलूम जकरिया के मोहतमिम मुफ्ती शरीफ खान और जामियातुश्शेख हुसैन अहमद अल मदनी के उस्ताद मौलाना अब्दुल्ला उमेस कासमी ने भी विचार रखे।
संयोजक मौलाना मेहंदी हसन ऐनी ने बताया कि प्रदेश भर में अभियान के तहत 150 से अधिक कार्यक्रम किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश इस्लाही मुआशरा कमेटी के सदस्य कारी रहीमुद्दीन कासमी ने सभी का आभार जताया। इस दौरान बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी के इंतकाल पर दुआ-ए-मगफिरत की गई। मौलाना मसरूर कासमी, डा. एसए अजीज, नसीम अंसारी एड., मोहम्मद मुनीब, कारी साकिब मारूफी, सलीम कुरैशी, असलम काजमी मौजूद रहे।