मेरठ की दो महिलाओं ने लिया देहदान का संकल्प, नई पीढ़ी के लिए बनीं प्रेरणास्रोत
डा. नीरा तोमर और अतुल शर्मा ने बताया कि लोग नेत्रदान एवं रक्तदान जैसे प्रशंसनीय कार्य करते हैं, किंतु देहदान से नई पीढ़ी चिकित्सा विज्ञान को और बेहतर तरीके से सीख सकेगी।
मेरठ, जेएनएन। मकर संक्रांति पर देहदान की शपथ लेकर दो महिलाओं ने समाज को प्रेरित किया है। दौराला स्थित श्रीमल्लू सिंह कन्या इंटर कॉलेज की प्राचार्य डा. नीरा तोमर और समाजसेवी अतुल शर्मा ने मंगलवार को मेडिकल कॉलेज में पहुंचकर देहदान का शपथ पत्र भरा। उनके परिजनों ने भी इसमें मदद की।
नई पीढ़ी की होगी मदद
रुड़की रोड स्थित सन सिटी निवासी डा. नीरा तोमर दोपहर करीब एक बजे मेडिकल कालेज के एनाटामी विभाग पहुंचीं, जहां मेडिकल स्टाफ के समक्ष जरूरी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किया। उन्होंने बताया कि लोग नेत्रदान एवं रक्तदान जैसे प्रशंसनीय कार्य करते हैं, किंतु देहदान से नई पीढ़ी चिकित्सा विज्ञान को भी सीख सकेगी।
बेटी ने किया प्रेरित
53 साल की नीरा ने बताया कि उनके पति रामपाल सिंह तोमर और पुत्र आदित्य तोमर देहदान के गवाह बने। संयुक्त राज्य अमेरिका में जॉब कर रही उनकी पुत्री अंजलि ने भी उन्हें प्रेरित किया है। उधर, चिकित्सा स्टाफ ने देहदान करने के लिए शपथ पत्र भरने के साथ ही उनकी प्रशंसा भी की। प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता ने कहा कि इससे नई पीढ़ी भी प्रेरित होगी।
नई पीढ़ी की होगी मदद
रुड़की रोड स्थित सन सिटी निवासी डा. नीरा तोमर दोपहर करीब एक बजे मेडिकल कालेज के एनाटामी विभाग पहुंचीं, जहां मेडिकल स्टाफ के समक्ष जरूरी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किया। उन्होंने बताया कि लोग नेत्रदान एवं रक्तदान जैसे प्रशंसनीय कार्य करते हैं, किंतु देहदान से नई पीढ़ी चिकित्सा विज्ञान को भी सीख सकेगी।
बेटी ने किया प्रेरित
53 साल की नीरा ने बताया कि उनके पति रामपाल सिंह तोमर और पुत्र आदित्य तोमर देहदान के गवाह बने। संयुक्त राज्य अमेरिका में जॉब कर रही उनकी पुत्री अंजलि ने भी उन्हें प्रेरित किया है। उधर, चिकित्सा स्टाफ ने देहदान करने के लिए शपथ पत्र भरने के साथ ही उनकी प्रशंसा भी की। प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता ने कहा कि इससे नई पीढ़ी भी प्रेरित होगी।