बिजनौर में बिस्तर में आग लगने से छह साल की बच्ची की मौत, बहन गंभीर; परिवार में मचा कोहराम
एलईडी बल्ब की चिंगारी से गिरने की वजह से बुधवार रात बिस्तर में आग लग गई। बिस्तर में सो रही दो बहनें बुरी तरह झुलस गई। एक छह साल की बालिका की इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि उसकी बहन की हालत नाजुक है।
बिजनौर, जेएनएन। एलईडी बल्ब की चिंगारी से गिरने की वजह से बुधवार रात बिस्तर में आग लग गई। बिस्तर में सो रही दो बहनें बुरी तरह झुलस गई। एक छह साल की बालिका की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि उसकी बहन की हालत नाजुक है। पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। दोनों बहनें अपने पिता के साथ रहती थीं। घटना को लेकर हर कोई गमजदा है।
यह है मामला
ग्राम डबासोवाला ऊमरी निवासी दयाराम सैनी की आठ वर्षीय बेटी आरजू और छह वर्षीय नीतू घर में सो रही थी। बुधवार को दयाराम चुनाव के चलते गांव में गया था। घर में लगा एलईडी बल्ब पिघलकर बालिकाओं के बिस्तर पर गिर गया। बल्ब की चिंगारी से बिस्तर जल उठा। आग में झुलसी बालिकाओं ने शोर मचाया। दयाराम जब घर पहुंचा तो बिस्तर में आग लगी हुई थी और कमरे में धुंआ था। उसने दोनों बेटियों को कमरे से बाहर निकाला। ग्रामीण की मदद से दोनों झुलसी बच्चियों को इलाज के लिए बिजनौर अस्पताल में भर्ती कराया।
गुरुवार सुबह इलाज के दौरान नीतू की मौत हो गई, जबकि आरजू की हालत गंभीर बनी हुई हैं। सूचना पर तहसीलदार नजीबाबाद राधेश्याम ने गांव का दौरा कर घटना की जानकारी ली। कोतवाल जीत सिंह ने बालिका नीतू का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दयाराम की पत्नी की कई वर्ष पहले बीमारी के चलते मृत्यु हो चुकी है। दयाराम अकेले दो बालिकाओं का पालन-पोषण कर रहा था। लोगों का कहना है कि काश दयाराम घर पर होता तो शायद जान बच सकती थी। दयाराम का रो-रोकर बुरा हाल है।