यात्रियों की मुसीबत, बच्चे व महिलाएं परेशान

परतापुर तिराहे पर चक्का जाम के दौरान वाहन सवारों को मुसीबतों का सामना करना

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 03:15 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 03:15 AM (IST)
यात्रियों की मुसीबत, बच्चे व महिलाएं परेशान
यात्रियों की मुसीबत, बच्चे व महिलाएं परेशान

मेरठ,जेएनएन। परतापुर तिराहे पर चक्का जाम के दौरान वाहन सवारों को मुसीबतों का सामना करना पड़ा। गर्मी में जाम के दौरान पसीना-पसीना होकर यात्री हलकान रहे। बार-बार प्रदर्शनकारियों से रास्ता देने की गुहार लगाते रहे, लेकिन चक्का जाम खुलने के बाद ही वाहन अपने गंतव्य के लिए आगे बढ़ पाए। जाम में एंबुलेंस, सेना की गाड़ी व स्कूली बच्चे और छात्र-छात्राएं भी फंसे हुए दिखाई पड़े। चक्का जाम के यात्रियों की परेशानी

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मैं निजी काम से मेरठ आया था। परतापुर चक्का जाम में फंसा तो बस से उतरकर हाथ में थैला लेकर पैदल ही आगे बढ़ने लगे। काफी देर बस में बैठे रहने के बाद उतरकर पैदल ही चलना पड़ा।

-मोहनलाल मैं गाजियाबाद से सुभारती में परीक्षा दिलाने के लिए चला था। परतापुर में प्रदर्शनकारियों से परीक्षा का हवाला भी दिया, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। परीक्षा का क्या होगा?

-अमित कुमार बच्चों के साथ दिल्ली जाते हुए परतापुर में जाम में फंस गया। बच्चे साथ में हैं। जिस कारण कई घंटों की मुसीबत झेलनी पड़ी। चक्का जाम में फंसने से अपनी रिश्तेदारी में देर से पहुंचना होगा।

-आरिफ मैं गाजियाबाद से कार में कंकरखेड़ा जा रहा था, लेकिन परतापुर में चक्का जाम के कारण घंटों जाम में फंसा रहा। मैंने काफी देर तक प्रदर्शनकारियों से गुहार लगाई, लेकिन किसी ने परेशानी नहीं समझी।

- जितेंद्र सहारन मुझे बिजनौर जाना था। मेरी कार परतापुर के चक्का जाम में फंस गई। सहायता के लिए कंट्रोल रूम को फोन किया, लेकिन किसी तरह की कोई सहायता नहीं मिली। तीन बजे के बाद जाम से निकला।

-सुंदर सिंह राणा मैं नोएडा से चलकर मटौर जा रहा था, लेकिन जाम के कारण आगे नहीं बढ़ पाया। चक्का जाम से यात्रियों को काफी परेशानी होती है। प्रदर्शनकारियों को जनता का दर्द समझना चाहिए।

-सौरभ मैं सर्राफा का काम करता हूं। माधवपुरम से निकलकर मोदीनगर जाना था। परतापुर में चक्का जाम के कारण कई घंटे बर्बाद हुए। जो काम सोमवार को होना था, अब उसमें काफी देरी होगी।

-राजू चौधरी मेरे रिश्तेदार साकेत के धनवंतरी अस्पताल में भर्ती हैं। मैं स्कूटर से मोदीनगर से चला था, लेकिन परतापुर में आकर जाम की भेंट चढ़ गया। बीमारी का हवाला भी दिया, लेकिन प्रदर्शनकारी समझे ही नहीं।

-वीरेंद्र बत्रा

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