रसोई में छिपा है सेहत का खजाना, इस तरह करेंगे हल्दी का सेवन तो बनी रहेगी इम्युनिटी
कोरोनाकाल में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं। हमारी रसोई में कई ऐसे उत्पाद हैं जिनके सेवन से बीमार होने से बच सकते हैं। इन्हीं में से एक है हल्दी। चिकित्सक भी नियमित रूप से सेवन की सलाह दे रहे हैं।
शामली, जेएनएन। कोरोनाकाल में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं। हमारी रसोई में कई ऐसे उत्पाद हैं, जिनके सेवन से बीमार होने से बच सकते हैं। इन्हीं में से एक है हल्दी। चिकित्सक भी नियमित रूप से सेवन की सलाह दे रहे हैं।
आयुर्वेदिक चिकित्सक डा. राज तायल ने बताया कि अगर कच्ची हल्दी सब्जी के रूप में उपलब्ध होती है तो सलाद के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं। हालांकि घरों में सब्जियों में तो हल्दी डाली ही जाती है। हल्दी पाउडर को दूध में मिलाएं और एक उबाल लगाकर पी लें। एक गिलास दूध में आधा चम्मच ही हल्दी डालें। अगर दूध में डालकर पीने में दिक्कत है तो सीधे चूर्ण के रूप में ले सकते हैं। बाजार में हल्दी के कैप्सूल भी आते हैं। हल्दी की अधिक मात्रा में लेने से महिलाओं में रक्तस्त्राव हो सकता है। हल्दी वायरस-बैक्टीरिया आदि से बचाव करती है। संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ाती है। साथ ही हमारा पाचन तंत्र भी अच्छा होता है।
विटामिन से भरपूर
हल्दी में विटामिन-सी, पोटेशियम, आयरन, फाइबर समेत काफी पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह एक बेहतर औषधि है। हल्दी एंटीसेप्टिक भी होती है। आज भी अगर शरीर के किसी अंग में चोट लगती है तो काफी लोग हल्दी का ही प्रयोग करते हैं। घुटने के दर्द और त्वचा के लिए भी मुफीद है। हल्दीयुक्त दूध पीने से नींद भी अच्छी आती है। साथ ही रक्त में शर्करा की मात्रा में भी नियंत्रित होती है।