टोक्यो ओलिंपिक: रोइंग के पहले मुकाबले में बुलंदशहर के अरविंद का उम्दा प्रदर्शन, परिवार को मेडल की उम्मीद
टोक्यो ओलिंपिक के मेंस लाइटवेट डबल स्कल्स इवेंट में हिस्सा लेने वाले बुलंदशहर के अरविंद कुमार और राजस्थान के अर्जुन लाल की जोड़ी अगले दौर में पहुंच चुकी है। परिवार के लोगों का कहना है कि अरविंद से मेडल की उम्मीद है।
जागरण संवाददाता, मेरठ। टोक्यो ओलिंपिक के मेंस लाइटवेट डबल स्कल्स इवेंट में हिस्सा लेने वाले बुलंदशहर के अरविंद कुमार और राजस्थान के अर्जुन लाल की जोड़ी अगले दौर में पहुंच चुकी है। दूसरी हीट में हिस्सा लेकर खिलाडिय़ों में उम्दा प्रदर्शन किया। डेढ़ हजार मीटर तक सबसे पीछे रही भारतीय जोड़ी ने अंतिम पांच सौ मीटर में जोर लगाया तो प्रतिस्पर्धा में पांचवें स्थान पर रहे। अरविंद की जोड़ी ने दो हजार मीटर की दूरी 6:40:33 मिनट में पूरी कर रिपिचेज राउंड में पहुंच गए। रिपिचेज राउंड रोवर्स को क्वार्टरफाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल में प्रवेश करने का दूसरा मौका होता है। परिवार के लोगों का कहना है कि अरविंद से मेडल की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि अगले राउंड में भी अरविंद बेहतर प्रदर्शन दिखाएंगे।
धीमी शुरुआत के बाद बढ़ाया रफ्तार
रोइंग के हीट में छह टीमों में आयरलैंड और चेक गणराज्य ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। वहीं भारत सहित पोलैंड, यूक्रेन और उरूग्वे रिपिचेज राउंड में पहुंचे हैं। शुरुआत में अरविंद और अर्जुन की जोड़ी सबसे धीमे आगे बढ़ रही थी। पहले 500 मीटर की दूरी 1:37:39 मिनट में पूरी की। इसी तरह 1,000 मीटर 3:15:54 मिनट में पूरी की। हजार से 1,500 मीटर तक 4:56:00 मिनट में पहुंचे। यहां तक छठे स्थान पर ही रहे। इसके बाद अंतिम 500 मीटर में रफ्तार बढ़ाई और 6:40:33 मिनट में रेस पूरी कर पांचवें स्थान पर रहे। रिपिचेज राउंड रविवार को सुबह 6:40 बजे शुरू होगा।
निर्धारित होता है वजन भी
लाइटवेट रोइंग डबल स्कल्स इवेंट में रोवर्स का अधिकतम वजन निर्धारित है। दोनों ही रोवर्स का अधिकतम वजन 72.5 किलो तक ही हो सकता है। वहीं दोनों का औसत वजन 70 किलो से ज्यादा नहीं होना चाहिए। वहीं महिलाओं में एक खिलाड़ी का वजलन अधिकतम 59 किलो और दोनों का औसत 57 किलो तक ही होना चाहिए।
रिपिचेज में इन टीमों से मुकाबला
रोइंग के रिपिचेज राउंड में अरविंद और अर्जुन का मुकाबला वेनेजुएला, उजबेकिस्तान, पोलैंड, स्पेन और अल्जीरिया से है।
रिपिचेज राउंड : रविवार 25 जुलाई : सुबह 6:40 बजे
रिपिचेज राउंड रिकार्ड
ओलिंपिक बेस्ट टाइम : 6:10:99 मिनट : ग्रेट ब्रिटेन : बीजिंग में : 17 अगस्त, 2008
वर्ल्ड बेस्ट टाइम : 6:05:36 : दक्षिण अफ्रीका : एम्सटर्र्डम में : 30 अगस्त, 2014
स्वजन और ग्रामीणों में उत्साह
अरविंद की प्रतियोगिता को देखने के लिए स्वजनों और ग्रामीणों में भी काफी उत्साह देखा गया। लोग टीवी के सामने समय से ही बैठ गए। हालांकि उक्त चैनल नहीं आने पर कुछ लोग मायूस हो गए और कुछ लोगों ने मोबाइल पर प्रतियोगिता को देखा। जैसे ही अगले राउंड में चयन होने की खबर लगी, तो उनकी खुशी ठिकाना नहीं था। उन्हें चेहरे खिल उठे। अरविंद की दादी राजवती ने घर के मंदिर में जाकर उसकी जीत के लिए प्रभु से प्रार्थना भी की। अरविंद के पिता विजय सिंह, ताऊ मान सिंह, दादी राजवती, तहेरे भाई कालीचरण ने घर पर एक साथ बैठकर मोबाइल पर प्रतियोगिता देखी। उन्होंने बताया कि उन्हें अरविंद की मेहनल व लगन पर पूरा भरोसा है। अरविंद आगे भी अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन करते हुए देश को मेडल अवश्य दिलाएगें।