Tokyo Olympics 2020: बुलंदशहर के सतीश की हार से टूटी पदक की उम्मीद, पिता ने फोनकर बढ़ाया हौसला
टोक्यो आलंपिक में हैवीवेट मुक्केबाजी के क्वाटर फाइनल मुकाबले में सतीश कुमार उज्बेकिस्तान के बख्तोदिर जालोलोव हार गए। जिससे पदक की उम्मीद भी टूट गई। सतीश और बख्तोदिर के बीच कड़ा मुकाबला चला। फाइनल राउंड तक यह बताना मुश्किल था कि इनमें से जीत किसकी होगी।
बुलंदशहर, जेएनएन। टोक्यो आलंपिक में हैवीवेट मुक्केबाजी के क्वाटर फाइनल मुकाबले में सतीश कुमार उज्बेकिस्तान के बख्तोदिर जालोलोव हार गए। जिससे पदक की उम्मीद भी टूट गई। सतीश और बख्तोदिर के बीच कड़ा मुकाबला चला। फाइनल राउंड तक यह बताना मुश्किल था कि इनमें से जीत किसकी होगी। इस मुकाबले में सतीश को 27 तो उज्बेकिस्तान को 30 अंक मिले। इधर, रिंग में उतरने से पहले मुकाबले में घायल होने के बावजूद सतीश के क्वाटर फाइनल में उनके खेलने के निर्णय को स्वजन व ग्रामीणों ने सराहना करते हुए हौसला अफजाई किया है। पिता ने फोनकर बेटे का हौसला बढ़ाया है।
सिकन्दराबाद के गांव पचोता निवासी सतीश कुमार यादव टोक्यो आलंपिक में गुरुवार को दूसरे मुकाबले में जमैका के ब्राउन रिकार्डो को चार एक से हराकर क्वाटर फाइनल में प्रवेश किया था। जबकि उन्हें पहले मुकाबले में बाई मिली थी। बताया गया कि वह दूसरे मुकाबले में प्रतिद्वंदी द्वारा टारगेट बनाकर किए प्रहार से घायल हो गए थे। लेकिन इसके बावजूद वह प्रतिद्वंदी पर भारी पड़े थे।
रविवार को क्वाटर फाइनल मुकाबला खेला गया। शुरू में उन्होंने उज्बेकिस्तान के मुक्केबाज बख्तोदिर को तगड़े पंच लगाए, प्रतिकद्वंदी खिलाड़ी ने अच्छा खेल दिखाया, फिर भी सतीश ने प्रतिद्वंदी के पंचों का जवाब दिया। लेकिन निर्धारित समय में प्रतिद्वंदी से 27-30 के अंकों से पिछड़ गए। हार के बावजूद सतीश के शानदार खेल की सराहना हो रही है। उधर, पिता किरनपाल, मा गुड्डो देवी ने कहा कि सतीश ने पदक जीतने को पूरी जान लगाई। उसने उनका मान और बढाया है।