Tokyo Olympics 2020: हार के बाद भी फाइनल में पहुंचे नौकायन खिलाड़ी अरविंद-अर्जुन, पदक की उम्मीदें टूटी
Tokyo Olympics 2020 रोइंग में भारतीय टीम का प्रदर्शन इस बार अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। उनके प्रदर्शन की सराहना भी हर जगह हो रही है। अरविंद के कोच इस्माइल बैग का भी यही कहना है कि अब तक दोनों रोवर्स ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।
जागरण संवाददाता, मेरठ। टोक्यो ओलंपिक गेम्स में पहली बार रोइंग के सेमीफाइनल में पहुंची भारतीय रोवर्स यानी नौकायन की जोड़ी अरविंद कुमार और अर्जुन लाल हार के बाद भी फाइनल में जगह मिला है। लेकिन अब ये पदक नहीं बल्कि रैंकिंग के लिए फाइनल-बी ग्राउंड में हिस्सा लेंगे। बुधवार के सुबह हुए मुकाबले में अरविंद व अर्जुन की जोड़ी ने अच्छा प्रदर्शन किया। पर फाइनल ए में जगह नहीं बना पाएं। फाइनल ए में पदक के लिए टाप के पांच टीमों से मुकाबला होता है।
बुधवार सुबह आठ बजे से शुरू हुए सेमीफाइनल राउंड में दोनों रोवर्स ने अपने प्रदर्शन को बेहतरीन करने की पूरी कोशिश की लेकिन प्रतिस्पर्धा में रोइंग की दुनिया के बेहतरीन पांच टीमों से पीछे रह गए। सेमी फाइनल राउंड में भारतीय रोवर्स अरविंद व अर्जुन छठे स्थान पर रहे। जिससे वह पदक के लिए होने वाले फाइनल-ए में प्रवेश नहीं कर सके। अब उन्हें फाइनल-बी में प्रवेश मिला है। फाइनल-बी का इवेंट सात से 12वीं रैंक तक के लिए होता है। इसमें हिस्सा लेने वाले सभी टीमें अपनी रैंक को बेहतर करने के लिए जोर लगाती हैं। वहीं फाइनल में पहुंची टीमें पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी।
रोइंग में भारतीय टीम का प्रदर्शन इस बार अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। उनके प्रदर्शन की सराहना भी हर जगह हो रही है। अरविंद के कोच इस्माइल बैग का भी यही कहना है कि अब तक दोनों रोवर्स ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है और रैंकिंग में भी सुधार करेंगे। उन्होंने पहले ही कहा था कि प्राथमिक तौर पर वह 12वीं रैंक के आसपास रहने का लक्ष्य निर्धारित किए थे, लेकिन अब प्रदर्शन में सुधार होने की संभावना है। सेमी फाइनल में इस जोड़ी ने 6.24.41 मिनट में अपने रेस पूरी की और फाइनल-बी में जगह बनाने में सफल रहे। यह प्रदर्शन भी काफी सराहनीय है।