Tokyo Olympics 2020: बुलंदशहर के सतीश का कमाल: जमाइका के फाइटर को हराकर क्वार्टर फाइनल में पहुंचे, पिता बोले- सपना होगा साकार
टोक्यो ओलंपिक में बुलंदशहर के मुक्केबाज सतीश कुमार ने अपना पहला मैच दमदार प्रदर्शन के साथ जीत लिया है। मुक्केबाजी के सुपर हैवीवेट कैटेगरी में हिस्सा लेते हुए सतीश कुमार ने जमाईका के मुक्केबाज रिकार्डो ब्राउन को 4-1 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है।
जागरण संवाददाता, मेरठ। टोक्यो ओलंपिक गेम्स में गुरुवार सुबह बुलंदशहर के मुक्केबाज सतीश कुमार ने अपना पहला मैच दमदार प्रदर्शन के साथ जीत लिया है। मुक्केबाजी के सुपर हैवीवेट कैटेगरी में हिस्सा लेते हुए सतीश कुमार ने जमाइका के मुक्केबाज रिकार्डो ब्राउन उनको 4-1 के शानदार पाइंट्स से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। सतीश की जीत से पचोता के ग्रामीणों व स्वजन में खुशी का माहौल है।
सतीश के मुकाबले जमाइकन बॉक्सर शुरू से ही कमजोर नजर आ रहे थे। अनुभव की भी कमी रिकार्डो में साफ दिख रही थी। वही सतीश कुमार चार वर्ल्ड चैंपियनशिप और दो एशियन चैंपियनशिप खेल चुके और पदक भी जीत चुके हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स में भी रजत पदक जीतने वाले सतीश कुमार ने मैच की शुरुआत से ही अपना दबदबा कायम रखा और उसे अंत तक कमजोर नहीं पड़ने दिया। जमाइकन के एक पाइंट के एवज में सतीश ने लगातार चार पाइंट लिए। पांच रेफरी की निगाह में चले इस मैच में सतीश को चार जजेस की ओर से पूरे 30 पाइंट मिले हैं, जबकि एक जज की ओर से 28 पाइंट मिले।
परिवार ने भोलू और सेना के साथियों में खली बुलाए जाने वाले सतीश कुमार ने वर्ष 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीता था। उस पदक के साथ ही सतीश ने टोक्यो ओलंपिक गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने का वादा भी किया था। सतीश अपनी बेहतरीन तैयारी के साथ टोक्यो पहुंचे हैं और सुपर हैवीवेट में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय भी हैं।
सतीश का प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रतिस्पर्धा में लगातार सराहनीय रहा है और वह अपने प्रदर्शन को कायम रखते हुए ही मुक्केबाजी के स्पर्धा में आगे बढ़ना चाह रहे हैं। संभव है कि ओलंपिक में सतीश अपने वादे को पूरा भी करें और पदक लेकर लौटे। पहले मैच में सतीश को बाई मिल गया था। दूसरा मैच गुरुवार 29 जुलाई को निर्धारित था। क्वार्टर फाइनल राउंड का मैच एक अगस्त को होगा। इसमें सतीश कुमार का मुकाबला उज्बेकिस्तान के मुक्केबाज बखोदिर जालोलोव से होगा।
पिता बोले- गोल्ड जीतने का सपना होगा साकार
सुबह से सतीश के घर ग्रामीण व स्वजन उसका मुकाबला लाइव देखने को जुट गए। जैसे ही सतीश को विजेता घोषित किया गया। लाइव घर पर देख रहे पिता किरनपाल,आ गुड्डो देवी, भाई जितेंद समेत ग्रामीण खुशी से झूम उठे। मां गुड्डो देवी व पिता किरनपाल यादव ने कहा कि सतीश व उनका सपना इस बार गोल्ड जितना है। सतीश टोक्यो आलंपिक में देश के लिए गोल्ड जीतेगा।