दरोगा को बचाने के लिए पत्नी ने लिखाया है झूठा मुकदमा, निष्पक्ष जाच कराइए
दुष्कर्म पीड़िता की मां ग्रामीणों के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंची। उन्होंने आरोप लगाया कि दरोगा को बचाने के लिए उसकी पत्नी ने उसकी बेटी और बेटे पर पर दुष्कर्म की कोशिश का झूठा मुकदमा दर्ज कराया है। इस मामले की निष्पक्ष जाच कराई जाए।
मेरठ। दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद किठौर थाने के पूर्व दरोगा की पत्नी के खिलाफ दुष्कर्म पीड़िता की मां ग्रामीणों के साथ शुक्रवार को एसएसपी ऑफिस पहुंची। उन्होंने आरोप लगाया कि दरोगा को बचाने के लिए उसकी पत्नी ने उसकी बेटी और बेटे पर पर दुष्कर्म की कोशिश का झूठा मुकदमा दर्ज कराया है। इस मामले की निष्पक्ष जाच कराई जाए। एसएसपी ऑफिस में शिकायत सुन रहे एसपी देहात राजेश कुमार ने मुकदमे की निष्पक्ष विवेचना करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि अगर मुकदमा झूठा साबित होता है तो उसे खारिज किया जाएगा। किठौर थाना क्षेत्र के गाव ललियाना निवासी एक महिला शुक्रवार को ग्रामीणों के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंची। उसने कहा कि पिछले साल किठौर थाने में तैनात दरोगा नरेंद्र ने उसकी बेटी को बहला-फुसला लिया था। उसकी बेटी पल्लवपुरम में स्थित दरोगा के कमरे में रहने लगी थी। इसके बाद 31 अक्टूबर 2017 को उसने अपनी बेटी को चल-अचल संपत्ति से बेदखल कर दिया था। महिला ने कहा कि दरोगा ने उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया था। जिसका मुकदमा दर्ज होने के बाद दारोगा फिलहाल जेल में है। महिला का कहना है कि उसे अपनी बेटी और उसके मुकदमे से कोई लेना देना नहीं है, लेकिन दरोगा की पत्नी ने उसके बेटे को फंसाने के लिए उस पर दुष्कर्म की कोशिश का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। उसने कहा कि कि पति को बचाने के लिए उसने यह झूठा मुकदमा दर्ज कराया है। दारोगा की पत्नी ने यह कराया है मुकदमा
दरोगा की पत्नी ने शिकायत दी थी कि 9 जून 2018 को वह किसी काम से कचहरी आई थी। वहा से उसे जेल रोड स्थित एडीजी के ऑफिस में शिकायत करने जाना था। वह स्कूटी से डीसी दफ्तर के लिए चली तो रास्ते में कार सवार ललियाना निवासी युवती और उसके भाई सहित दो अन्य लोगों ने उसे कार में खींच लिया और कपड़े फाड़ कर दुष्कर्म की कोशिश की। शोर मचाने पर स्थानीय लोगों ने घेराबंदी की तो वह उसे कार से धक्का देकर फरार हो गए। दारोगा की पत्नी की तहरीर के आधार पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने चारों के खिलाफ दुष्कर्म की कोशिश का मुकदमा दर्ज किया था।