तीन दिवसीय गोरखनाथ मेले का समापन

गेझा गांव के गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित तीन दिवसीय गोरखनाथ मेले का बुधवार को समापन हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 07:00 AM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 07:00 AM (IST)
तीन दिवसीय गोरखनाथ मेले का समापन
तीन दिवसीय गोरखनाथ मेले का समापन

जेएनएन, मेरठ। गेझा गांव के गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित तीन दिवसीय गोरखनाथ मेले का बुधवार को समापन हो गया। आसपास के श्रद्धालुओं ने प्रसाद चढ़ाकर परिवार में सुख-शांति की कामना की।

गेझा गांव में गोरखनाथ मंदिर परिसर में तीन दिवसीय गोरखनाथ मेले का आयोजन हुआ था। बुधवार को मेले के समापन के अवसर पर क्षेत्रिय विधायक जितेन्द्र पाल सिंह ने गोरखनाथ भगवान का आशिर्वाद लिया। मेला प्रबन्धक व सिवाल खास मंडल अध्यक्ष विनोद गेझा ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण मेले में कोई भी स्टाल नहीं लगाया गया। वहीं, श्रद्धालुओं ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए मंदिर में प्रसाद चढ़ाया। बिन बरसे चले गए आकाश में उमड़े बादल

जेएनएन, मेरठ। नगर में बुधवार सुबह बादल उमड़े और हवा चलने से मौसम में नरमी महसूस हुई, लेकिन दोपहर बाद बादल बगैर बरसे ही चले गए और धूप निकलने पर उमसभरी गर्मी के कारण लोग परेशान रहे।

इस बार सावन में भी कोई खास बारिश नहीं हुई। अगस्त माह भी आधा बीत गया, लेकिन बारिश का अभाव रहा। उमसभरी गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। बादल उमड़ते हैं और जहां-तहां बरस कर रह जाते हैं। बुधवार को भी ऐसा ही हुआ। अल सुबह आकाश में बादल उमड़े और हवा चलने से मौसम में नरमी आई, लेकिन दोपहर बाद आकाश नीला नजर आया। धूप निकलने पर उमसभरी गर्मी ने हाल बेहाल कर दिया। वहीं, बुधवार को उमड़े बादल बहसूमा में बरस कर रह गए। बहसूमा के लोगों ने जहां बारिश के चलते गर्मी से राहत महसूस की, वहीं मवाना के लोग बरिश से महरूम रहने से मायूस हो गए। गांव पिलौना निवासी किसान चौ. अजय सिंह व सतीश कुमार शर्मा का कहना है कि बारिश नहीं होने के कारण किसान परेशान हैं। महंगे डीजल से सिचाई करनी पड़ रही है। जो बारिश होती भी है वह फसलों के लिये पर्याप्त नहीं है। क्योंकि भीषण गर्मी के कारण फसल सूखने के कगार पर है।

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