बागपत: 27 गांवों के हजारों ग्रामीणों को मिलेगी पेयजल संकट से मुक्ति, 79 करोड़ की डीपीआर तैयार
बागपत में कार्यदायी संस्था ही दस साल तक पेयजल परियोजनाओं की मरम्मत और देखरेख का काम करेगी। इससे गांवों में स्वच्छ एवं शुद्ध पेयजल की सप्लाई होने से लोगों की सेहत सुधरेगी। इसका बड़ा फायदा उन हजारों गरीबों को होगा जिनकी बस्तियों में अभी तक पेयजल के इंतजाम नहीं है।
बागपत, जागरण संवाददाता। अब 27 गांवों के हजारों बाशिंदों को अब पेयजल संकट और प्रदूषित पानी की
मार नहीं झेलनी पड़ेगी। इन गांवों में पेयजल परियोजनाओं के निर्माण कराने के लिए जल निगम ने 79.37 करोड़ रुपये की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर कर राज्य पेयजल एवं स्वच्छता समिति को भेजी है।
निर्माण करने वाली कार्यदायी संस्था ही दस साल तक पेयजल परियोजनाओं की मरम्मत और देखरेख काकाम करेगी। इनका निर्माण होने से गांवों में घर-घर स्वच्छ एवं शुद्ध पेयजल की सप्लाई होने से लोगों की सेहत सुधरेगी। पेयजल परियोजनाओं का निर्माण होने से बड़ा फायदा उन हजारों गरीबों को होगा जिनकी बस्तियों में अभी तक पेयजल के लिए कोई मुकम्मल इंतजाम नहीं है। जल निगम के एक्सईएन ने सीडीओ को भेजी रिपोर्ट में 27 गांवों में पेयजल परियोजनाओं की डीपीआर तैयार होने जानकारी दी। वहीं नौ गांवों में परियोजनाओं का निर्माण कराने को जमीन नहीं मिलने से भी अवगत कराया है।
इन गांवों में होगा निर्माण
हरियाखेड़ा, शाहजहांपुर, सांकलपुट्ठी, टांडा, हेवा, चांदनहेडी, सिलाना, सुल्तानपुर हटाना, ख्वाजा नंगला, रमाला, फैजपुर निनाना, गाधी, खेड़ा इस्लामपुर, जागोश, चौबली, जलालपुर, ओसिक्का, भैड़ापुर, शाहपुर
बड़ौली, अलावलपुर, जोनमाना, लोहड्डा, इदरीशपुर, विनयपुर, घिटोरा, नंगला बड़ी और घिटोरा गांवों में
पेयजल परियोजनाओं का निर्माण कराने को 79.37 करोड़ रुपये की डिटेल प्रोजेकट रिपोर्ट तैयार की गई है।