Third Wave Of Corona: न घबराएं और न ही रखें तनाव, बस डाक्टर की इन बातों पर दें ध्यान
डा. प्रदीप गुप्ता कहते हैं कि संक्रमण का ग्राफ नीचे आना शुरू हो गया है। मरीज भी काफी तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं इस दौर में ही लापरवाही सर्वाधिक होती है। कोविड से ठीक होने के बाद भी ख्याल रखना पड़ेगा। थर्ड वेव को लेकर तनाव में न रहें।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। Third Wave Of Corona वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. प्रदीप गुप्ता अभिभावकों को समझाते हुए कहते हैं कि तीसरी लहर के बारे में सोचकर नाहक परेशान न हों। उनका कहना है कि सावधानी बरतनी है, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर के बारे में अधिक मंथन कर अपने बच्चों को मानसिक तनाव में नहीं रखना है। वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. प्रदीप गुप्ता का कहना है कि वर्तमान में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है। लेकिन लोग यह सोचकर घबराने लगे हैं कि तीसरी लहर आएगी जो बच्चों को अधिक प्रभावित करेगी। उन्होंने कहा कि मन में इस तरह का डर बच्चों के मस्तिष्क पर विपरीत प्रभाव छोड़ सकता है। बच्चे घबरा जाएंगे और इससे उनके कोमल मस्तिष्क पर अतिरिक्त दबाव बन जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी को सावधानी बरतनी है तथा किसी भी सूरत में लापरवाही नहीं करनी।
कोविड के बाद की परेशानियों को समझें मरीज
डा. प्रदीप गुप्ता कहते हैं कि संक्रमण का ग्राफ नीचे आना शुरू हो गया है। मरीज भी काफी तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं, लेकिन इस दौर में ही लापरवाही सर्वाधिक होती है। इसलिए कोविड से ठीक होने के बाद भी ख्याल रखना पड़ेगा। कहते हैं कि कोविड उपचार के दौरान मरीज का खून गाढ़ा हो जाता है। इसलिए कोविड से स्वस्थ होने के बाद कुछ परेशानियां खड़ी हो सकती हैं। अत: ऐसे मरीज अपने चिकित्सक के संपर्क में रहें तथा उनकी सलाह पर अमल करें और रेगुलर चेकअप कराते रहें।
शारीरिक दूरी के नियमों का पालन, मास्क लगाएं
डा. प्रदीप गुप्ता का कहना है कि सावधानी जरूरी है। इसलिए संक्रमण से बचने के लिए कई वर्षो तक चेहरों पर मास्क लगाकर रखना होगा। शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए एक-दूसरे से कम से कम छह फिट की दूरी बनाकर रखी जाए। बार-बार साबुन से हाथ धोएं। इसके लिए घर की सफाई रखें तथा भीड़ से बचें व अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें।