शक्तिपुंज थे वो भारत के, पौरुष के आगाज रहेंगे..अमर 'सुभाष' रहेंगे

नेताजी सुभाष जन्म दिवस समिति की ओर से शनिवार को पीएल शर्मा स्मारक भवन सभागार में समारोह आयोजित किया गया। जिसमें कवि सम्मेलन समेत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 10:55 AM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 10:55 AM (IST)
शक्तिपुंज थे वो भारत के, पौरुष के आगाज रहेंगे..अमर 'सुभाष' रहेंगे
शक्तिपुंज थे वो भारत के, पौरुष के आगाज रहेंगे..अमर 'सुभाष' रहेंगे

मेरठ, जेएनएन। नेताजी सुभाष जन्म दिवस समिति की ओर से शनिवार को पीएल शर्मा स्मारक भवन सभागार में समारोह आयोजित किया गया। जिसमें कवि सम्मेलन समेत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए। अलग-अलग जगहों से आए प्रख्यात कवियों द्वारा उच्च स्वर में काव्य पाठ को सुनकर समारोह में मौजूद हर शख्स अभिभूत हो गया।

क्रांतिधरा मेरठ में समिति 1966 से बड़े धूमधाम से नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाती आ रही है। इसी क्रम में शनिवार सुबह दस बजे पीएल शर्मा स्मारक परिसर में आजाद हिद सेना के ध्वज को फहराया गया और राष्ट्रगीत गाकर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। जिसकी अध्यक्षता व्यवसायी अजय गुप्ता ने की। समिति के महासचिव बीएन पाराशर ने कहा कि नेताजी देशभक्ति के शिखर पुरुष थे। जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। वहीं दोपहर को काव्य मंच सजाया गया। नेताजी के विराट व्यक्तित्व, कृतित्व की स्वर्णिम आभा को समर्पित कवि सम्मेलन का संचालन प्रख्यात कवि पद्मश्री सुनील जोगी ने किया। काव्य पाठ में पद़मश्री सुनील जोगी ने 'शक्तिपुंज थे वो भारत के, पौरुष के आगाज रहेंगे' जब तक गंगा में पानी है, सदा अमर सुभाष रहेंगे की पंक्ति पढ़ी तो तालियों से स्वर से भवन का शिखर गूंज उठा। वहीं, सुमनेश सुमन ने 'भले इल्जाम कितने भी लगे इस नौजवानी पर.. तो इटावा से आए कवि राम भदावर ने एक स्वर अलगाव का है, एक स्वर अपनत्व का है पढ़ा। वीर रस के कवि हरिओम पंवार ने विभिन्न रचनाएं पढ़कर लोगों में जोश भरा। इस दौरान भाजपा नेता विजेंद्र अग्रवाल, श्याम मोहन गुप्ता, समिति के कार्यवाहक सचिव अरुण जिंदल, दिनेश चंद्र जैन आदि मौजूद रहे।

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