Sagir Murder In Kashmir: कश्मीर में हत्या की सूचना मिलते ही सहारनपुर में सगीर के घर मचा कोहराम

सहारनपुर के मोहल्ला सराय हिसामुद्दीन निवासी सगीर अहमद कई साल पहले जम्मू-कश्मीर में काम की तलाश में गए थे। उनका पूरा परिवार सहारनपुर में ही रहता है। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है। पार्षद मंसूर ने गाड़ी किराए पर कर स्‍वजन को कश्मीर के लिए रवाना किया।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 10:56 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 08:30 AM (IST)
Sagir Murder In Kashmir: कश्मीर में हत्या की सूचना मिलते ही सहारनपुर में सगीर के घर मचा कोहराम
कश्मीर में हत्या की सूचना मिलते ही सहारनपुर में सगीर के घर कोहराम

सहारनपुर, जागरण संवाददाता। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिला के अंतर्गत पडऩे वाले लिट्टर क्षेत्र में आतंकियों ने सहारनपुर के रहने वाले लकड़ी कारोबारी सगीर अहमद को गोली मार दी। उसे गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया। जानकारी मिलते ही घर में कोहराम मच गया। स्वजन पुलवामा के लिए रवाना हो गए। उनके साथ मोहल्ले के पार्षद मंसूर भी गए हैं।

पुलवामा में आरा मशीन पर काम करते थे सगीर

दरअसल, जम्‍मू-कश्‍मीर में आतंकी टारगेट कीलिंग का खूनी खेल खेल रहे हैं। इसके तहत आतंकी सुरक्षा बलों पर हमला बोलने के साथ-साथ प्रवासी मजदूरों की भी हत्‍याएं कर रहे हैं। शनिवार को कुतुबशेर थाना क्षेत्र के मोहल्ला सराय हिसामुद्दीन निवासी 58 वर्षीय सगीर अहमद पुत्र बुंदू की उन्‍होंने हत्‍या कर दी। वह काफी समय से पुलवामा में एक आरा मशीन पर काम करते थे। वारदात के समय वह एक दुकान पर सामान खरीदने के लिए खड़े थे। उन्‍हें गोली मारने के बाद आतंकी जिनकी संख्या दो से तीन बताई जा रही है। आतंकी फरार हो गए। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। घायल सगीर अहमद को निकटवर्ती अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब

स्थानीय पार्षद मंसूर ने बताया कि सगीर अहमद के तीन बेटी और तीन बेटे हैं। उनका पूरा परिवार सहारनपुर में ही रहता है। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है। सगीर अहमद कई साल पहले जम्मू-कश्मीर में काम की तलाश में गए थे। विगत कुछ दिनों से घाटी में गैर कश्मीरियों को आतंकवादी लगातार निशाना बना रहे हैं। हत्या की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया। लोग शोक संवेदना प्रकट करने घर पहुंचने लगे। उधर, तीनों बेटियों का रो रोकर बुरा हाल है। परिवार की आर्थिक हालत बहुत खराब है। पार्षद मंसूर ने अपने पैसे से गाड़ी किराए पर करके उन्हें दी और जम्मू कश्मीर के लिए शनिवार रात करीब नौ बजे रवाना किया। पार्षद का कहना है कि उनकी जम्मू कश्मीर पुलिस से बात हुई है। सगीर अहमद का पोस्टमार्टम रविवार को होगा। उसके बाद ही शव स्वजन को दिया जाएगा।

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