माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाले इस दल ने की है देहदान की घोषणा, अब सहारनपुर में इन मुद्दों पर जगाएंगे जागरूकता की अलख

माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाले दल के तीन पर्वतारोहियों ने सहारनपुर पहुंचकर मंडलायुक्त लोकेश एम से मुलाकात की। पर्वतारोही पूरे मंडल में सड़क सुरक्षा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व पर्यावरण सहित अन्य कार्यक्रमों के बारे में प्रचार करेंगे।

By Parveen VashishtaEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 08:26 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 08:26 PM (IST)
माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाले इस दल ने की है देहदान की घोषणा, अब सहारनपुर में इन मुद्दों पर जगाएंगे जागरूकता की अलख
माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाले तीन पर्वतारोही कमिश्नर से मिले

सहारनपुर, जागरण संवाददाता। माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाले दल के सदस्‍य जिले में सड़क सुरक्षा, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ व पर्यावरण जागरूकता आदि की अलख जगाएंगे। इन सभी ने देहदान की घोषणा कर रखी है। इनके खुद के जीवन संघर्ष की कहानी भी प्रेरणा देती है। दल से जुड़े तीन पर्वतारोहियों ने सोमवार को सहारनपुर में मंडलायुक्त लोकेश एम से मुलाकात की। 

टीम लीडर अवध बिहारी ने तीन दिन रहे थे भूखे प्यासे 

पर्वतारोही दल के नेता अवध बिहारी लाल लखीमपुर जिले के दोहरा गांव निवासी हैं। वर्ष 1980 में लखीमपुर में आई बाढ़ में उनका पूरा परिवार खत्म हो गया था। उस समय उनकी उम्र 11 वर्ष थी। वह तीन दिन तक एक पेड़ पर बैठकर भूखे प्यासे रहे। आर्मी के हैलीकाप्टर ने उनकी जान बचाई थी। इसके बाद अवध बिहारी लाल ने पर्यावरण जागरूकता को  अपना जीवन समर्पित कर दिया और इसकेे लिए कार्य करने लगे।

जितेन्द्र प्रताप ने कई देशों की पैदल यात्रा कर लगाए 14 करोड़ 50 लाख पौधे 

लखीमपुर जनपद के ही जितेन्द्र प्रताप ने बताया कि वह अवध बिहारी लाल के साथ 11 वर्ष की आयु में 1995 में जुड़े थे। उन्होंने बताया कि भारत सहित कई देशों की पैदल यात्रा कर 14 करोड़ 50 लाख पौधे लगाये है। उन्होंने कहा कि उनके दल में महेन्द्र प्रताप सहित 20 सदस्य हैं। सभी सदस्यों ने अपना देहदान कर रखा है। कमिश्नर ने सभी की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

शर्तों के साथ अस्थायी रूप से तीन दिन बिकेगी आतिशबाजी

सहारनपुर। जिला मजिस्ट्रेट अखिलेश सिहं ने दीपावली पर्व पर तीन दिन के लिए आनलाईन अस्थायी आतिशबाजी की बिक्री के लाइसेंस 02 नवम्बर से 04 नवम्बर तक के लिए जारी किये हैं। उन्होंने कहा कि सहारनपुर नगर क्षेत्र में पांच स्थानों पर तथा तहसील देवबंद क्षेत्र में दो स्थानों पर अस्थायी आतिशबाजी के लाईसेंस निर्गत किये गये हैं। अस्थायी आतिशबाजी के लाइसेंस इस प्रतिबंध के साथ निर्गत किये जाने की अनुमति प्रदान की गयी है कि उच्चतम न्यायालय तथा अग्निशमन विभाग द्वारा जारी आदेशों, निर्देशों तथा कार्यालय द्वारा निर्गत शर्तों का अनुपालन किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी