मेरठ में महर्षि दयानंद के जन्मोत्सव पर युवाओं को बताया जाएगा वेदों का महत्व
आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद के जन्मोत्सव और बोधोत्सव पर युवा वर्ग को जागरूक करने की केंद्रीय आर्य सभा ने कवायद शुरू कर दी है। इस दौरान आर्य समाज के विद्वान ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवचन करेंगे। कवि सम्मेलन का आयोजन भी होगा।
मेरठ, जेएनएन। आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद का 197 वां जन्मोत्सव और बोधोत्सव आठ मार्च से 11 मार्च तक मनाया जाएगा। केंद्रीय आर्य सभा के मंत्री राजेश सेठी ने बताया कि युवा वर्ग को जागरूक करने और उन्हें वेदों का महत्व बताने के लिए जगह-जगह आयोजन होंगे।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में सामाजिक और सांस्कृतिक वातारण दूषित होता जा रहा है। सही मार्गदर्शन नहीं मिलने से युवा वर्ग दिग्भ्रमित हो रहा है। आठ से 11 मार्च तक लोगों को आर्य समाज के शिक्षाओं से अवगत कराने के लिए पार्कों में गोष्ठियों का आयोजन होगा। आर्य समाज के विद्वान ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवचन करेंगे। 11 मार्च को रात्रिकालीन समापन समारोह सदर आर्य समाज मंदिर में होगा। स्वामी विवेकानंद सरस्वती इसमें भाग लेंगे। वीर सावरकर और क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की स्मृति में 28 फरवरी को आर्य समाज बुढ़ाना गेट में सुबह आठ बजे यज्ञ होगा। इसके बाद कवि सम्मेलन का आयोजन होगा। नीलम मिश्रा, विजय प्रेमी, मंगल सिंह मंगल, अलका गुप्ता, रचना वानिया आदि कवि कविता पाठ करेंगे। वेदाचार्य विजेंद्र कुसुम का प्रवचन होगा।