चौराहे पर शव रखकर स्वजन व ग्रामीणों ने किया हंगामा
ईकड़ी गांव में मंगलवार को लेनदेन के विवाद में चाचा-ताऊ के स्वजन में विवाद हो गया था।
मेरठ, जेएनएन। ईकड़ी गांव में मंगलवार को लेनदेन के विवाद में चाचा-ताऊ के स्वजन में विवाद हो गया था। इस दौरान पथराव व फायरिग हुई थी। बीच-बचाव में आई एक पक्ष की महिला की मौत हो गई थी। मृतका के स्वजन ने बुधवार को मेरठ-करनाल हाईवे स्थित ईकड़ी चौराहे शव रखकर जाम लगा दिया। उन्होंने आíथक मदद व आरोपितों की गिरफ्तारी व परिवार की सुरक्षा की मांग।
बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद मुकेश का शव गांव ईकड़ी लाया गया। लेकिन स्वजन शव को लेकर मेरठ-करनाल हाईवे स्थित ईकड़ी चौराहे पर पहुंचे और वहां जाम लगा दिया। चार घंटे तक शव सड़क पर रखकर स्वजन व ग्रामीणों ने धरना दिया। जिससे सड़क के दोनों ओर लंबा जाम लग गया। सूचना पर पहुंचे सीओ आरपी शाही व तहसीलदार अवनीश कुमार ने स्वजन ने समझाने का प्रयास किया। लेकिन स्वजन व ग्रामीण उच्चाधिकारियों को बुलाने और लापरवाह पुलिसकर्मियों को निलंबित करने पर अड़ गए। देर शाम करीब सात बजे एसपी क्राइम रामअर्ज धरना स्थल पर पहुंचे ओर सभी मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद जाम खुल सका। देर रात में स्वजन ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
यह था मामला
गांव ईकड़ी निवासी शंभू दयाल पुत्र स्वर्गीय भूले व उसके बड़े भाई स्वर्गीय गिरवर के बेटे सोहनवीर व अन्य के बीच रविदास जयंती कार्यक्रम के धन के लेनदेन को लेकर विवाद हो गया था। जिसमें आरोपित पक्ष ने पथराव व फायरिग कर दी थी। जिसमें शंभू की पत्नी मुकेश की मौत हो गई थी और बेटा आदेश को गोली लगने से गंभीर घायल हो गया था। पुलिस ने पीड़ित शंभू के पुत्र अजय की तहरीर पर प्रवेश, निर्देश, सेाहनवीर पुत्र गिरवर निवासी ईकड़ी, सुरेंद्र उर्फ मोघा, विपिन पुत्र अशोक निवासी गांव पांचली सरूरपुर, नीलम पुत्र हरिचंद्र व रविद्र पुत्र कल्लू व कल्लू पुत्र विशंबर निवासी पर मुकदमा दर्ज कर चार लोगों को हिरासत में लिया था।