हिंदू स्थापत्य कला की इस शैली में बनेगा सहारनपुर के राज्य विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार

सहारनपुर में शाकंभरी देवी के नाम पर गांव पुवांरका में राज्य विश्वविद्यालय बन रहा है। विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार नागर शैली में बनाया जाएगा। लखनऊ में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। यह शैली उत्तर भारतीय हिंदू स्थापत्य कला की तीन में से एक शैली है।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 11:57 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 11:57 PM (IST)
हिंदू स्थापत्य कला की इस शैली में बनेगा सहारनपुर के राज्य विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार
सहारनपुर के राज्य विश्वविद्यालय का प्रस्‍तावित भवन

मेरठ, जेएनएन। सहारनपुर में मां शाकंभरी देवी के नाम पर बन रहे राज्य विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार नागर शैली में बनाया जाएगा। बीते बुधवार को लखनऊ में बैठक में यह निर्णय लिया गया, जिसमें मेरठ से चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलसचिव और उच्च शिक्षा अधिकारी भी शामिल रहे।

उत्तर भारतीय हिंदू स्थापत्य कला है नागर शैली

सरकार की ओर से विवि के मुख्य द्वार के डिजाइन में बदलाव को हरी झंडी देने का निर्णय लिया गया। नागर शैली उत्तर भारतीय हिंदू स्थापत्य कला की तीन में से एक शैली है। इस शैली का प्रसार हिमालय से विंध्य तक देखा जा सकता है। नागर शैली के मंदिरों की पहचान आधार से लेकर सर्वोच्च अंश तक इसका चतुष्कोण होना है। सहारनपुर जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर जनता रोड स्थित गांव पुवांरका में विवि निर्माण के लिए गत वर्ष किसानों से भूमि खरीदी जा चुकी है। जबकि यहां पहले से संचालित राजकीय महाविद्यालय पुवांरका के छात्र-छात्राओं और स्टाफ को भी अन्य कालेजों में स्थानांतरित किया जा चुका है। बीते शुक्रवार को जिलाधिकारी अखिलेश सिंह से शासन ने विवि के बारे में पूरी जानकारी ली। इसके बाद विवि के भूमि पूजन और शिलान्यास की तैयारियों आदि को लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ डीएम ने बैठक की। लोनिवि अधिकारियों ने बताया कि साइट पर कंपनी द्वारा आफिस बन गया है। भूमि के चिन्हांकन का काम पूरा किया जा चुका है। इंजीनियर्स लगातार कंसल्टेंट और निर्माण एजेंसी से संपर्क है।

लोक निर्माण विभाग को जिम्मेदारी

विवि की निर्माण की जिम्मेदारी शासन से लोक निर्माण विभाग को मिली है। इसके लिए नक्शा आदि बनाने का काम भी लखनऊ में किया गया। आर्क इन डिजाइनर को कंसल्टेंट नियुक्त किया गया है जबकि निर्माण का काम ईश्वर ङ्क्षसह एसोसिएट गुरुग्राम को मिला है। विवि के लिए पहली किस्त के रूप में 85 लाख की राशि मिली है। लोक निर्माण विभाग ने विवि साइट पर निर्माण एजेंसी के प्लांट आदि के निर्माण को फिलहाल स्थगित करा दिया है ताकि विवि स्थल पर होने वाले बड़े कार्यक्रम में कोई बाधा आदि न पड़े। 

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