धारा बढ़वाने के लिए घायल को ढाई घंटे तक एंबुलेंस में रखा

मुकदमे में धारा बढ़वाने के लिए पीड़ित पक्ष घायल युवक को एंबुलेंस में लेकर पुलिस क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 10:10 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 10:10 AM (IST)
धारा बढ़वाने के लिए घायल को ढाई घंटे तक एंबुलेंस में रखा
धारा बढ़वाने के लिए घायल को ढाई घंटे तक एंबुलेंस में रखा

मेरठ,जेएनएन। मुकदमे में धारा बढ़वाने के लिए पीड़ित पक्ष घायल युवक को एंबुलेंस में लेकर पुलिस कार्यालय पहुंच गया। घायल की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने उसे अस्पताल ले जाने की सलाह दी। लेकिन स्वजन ने किसी की नहीं सुनी। करीब ढाई घंटे तक घायल एंबुलेंस में ही लेटा रहा। इस वजह से उसकी हालत बिगड़ गई।

लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के जाकिर कालोनी निवासी राशिद उर्फ लंबू के मुताबिक उसने क्षेत्र में ही रहने वाले यूसुफ को करीब दो महीने पहले 18 हजार रुपये उधार दिये थे। कुछ दिनों पहले रुपयों के लेन-देन को लेकर दोनों में कहासुनी हुई थी। तभी से यूसुफ व उसके स्वजन उससे रंजिश रखने लगे। शनिवार सुबह राशिद अपने भाई शाहरुख व हारुन के साथ पशुओं का चारा लेने जा रहा था। आरोप है कि यूसुफ ने अपने साथी हाशिम, आकिब, शोएब आदि के साथ मिलकर राशिद व उसके भाइयों पर हमला कर दिया। मारपीट में हारुन गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका उपचार गढ़ रोड स्थित जगदंबा हास्पिटल में चल रहा था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए यूसुफ समेत उसक साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। धारा बढ़ाने की मांग को लेकर सोमवार सुबह राशिद अपने भाई हारुन को लेकर पुलिस कार्यालय पहुंच गए। इस वजह से उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे देर शाम दिल्ली रेफर किया गया। एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि सूचना मिलते ही घायल को अस्पताल भिजवा दिया था। पीड़ित परिवार को कार्रवाई का आश्वासन दिया है। एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से मुसीबत में फंसे मरीज: सरकारी एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से मरीजों की जान आफत में फंस गई। उन्होंने मेडिकल कैंपस में एंबुलेंसों को खड़ा कर दिया। जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 102, 108 और एएलएस संघ के पदाधिकारियों ने अनिश्चिकालीन धरना देने की चेतावनी दी है। हालांकि संवेदना के आधार पर तीन एंबुलेंसों को आपातकालीन स्थिति में मरीजों के लिए संचालित किया गया।

एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अनुज शर्मा ने बताया कि जिले में 80 में से 77 एंबुलेंसों को रोक दिया गया। जिले में कई क्षेत्रों में मरीज तड़पते रह गए, लेकिन एंबुलेंस न मिलने से उन्हें अपने साधनों से अस्पताल पहुंचना पड़ा। धरना स्थल पर नारेबाजी करते हुए एंबुलेंस चालकों ने प्रदेश सरकार की नीतियों की आलोचना की। उनके हाथों में बैनर व तख्तियां थीं।शर्मा ने बताया कि ठेका प्रथा बंद करने, एंबुलेंस चालकों को एनएचएम में और एएलएस वर्ग को 102, 108 के क्लब में शामिल करने की मांग की गई है। धरना देने वालों ने बताया कि ठेकेदारी की वजह से हाल में एक हजार से ज्यादा कर्मचारियों को निकाला जा चुका है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उधर, सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि एंबुलेंस चालकों के मांगपत्र को सरकार को भेजा गया है। उनसे अनिश्चितकालीन धरना छोड़ने के लिए कहा गया। माना कि मरीजों की समस्याएं बढ़ी हैं।

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