तीन हजार श्रमिक-कर्मचारियों का जमावड़ा, काम पकड़ेगा रफ्तार
रैपिड रेल कारिडोर का कार्य अब इतनी रफ्तार से चलेगा कि इस साल के अंत तक शहर
मेरठ,जेएनएन। रैपिड रेल कारिडोर का कार्य अब इतनी रफ्तार से चलेगा कि इस साल के अंत तक शहर बदला-बदला दिखाई देगा। कार्य को तेज गति देने के लिए कार्यदायी कंपनियों ने कास्टिग यार्ड तैयार कर लिए हैं। शताब्दीनगर स्थित यार्ड में एल एंड टी के दो व एफकांस का एक कास्टिग यार्ड बनाया गया है। इन तीनों में श्रमिकों व इंजीनियरों को मिलाकर करीब तीन हजार लोगों का स्टाफ हो चुका है। वहीं भूमिगत स्टेशन का कार्य शुरू होने पर श्रमिकों व इंजीनियरों की बढ़ोतरी और हो जाएगी। दुहाई से लेकर मोदीपुरम तक का कार्य 2025 तक पूरा करके देना है ताकि 2025 में रैपिड रेल का संचालन शुरू हो सके। इसलिए प्रत्येक कार्य को अब ज्यादा क्षमता व गति से करने का वक्त आ गया है। तमाम मूलभूत कार्य हो चुके हैं अब निर्माण कार्य पर ध्यान दिया जाएगा।
मलियाना फ्लाईओवर की मरम्मत तक टल सकता है डायवर्जन
दिल्ली रोड के वाहन ट्रांसपोर्ट नगर से डायवर्ट करके बागपत रोड पर भेजने की योजना है। वर्तमान में बागपत रोड स्थित मलियाना फ्लाईओवर की मरम्मत चल रही है। इसलिए वाहनों के आने-जाने में परेशानी न बढ़े इसलिए डायवर्जन का कार्य अभी थोड़ा रोका जा सकता है। इस संबंध में कार्यदायी कंपनियों व पुलिस-प्रशासन के बीच वार्ता चल रही है।
बारिश की जलनिकासी नहीं, लोग परेशान: लिसाड़ी गेट और माधवपुरम सेक्टर तीन में बारिश के बाद कई-कई दिन तक जल जमा रहता है। इससे बीमारियां फैलने का भय लोगों में है और वह इससे निजात चाहते हैं। नगर निगम प्रशासन से सपा नेता आदिल चौधरी ने इन क्षेत्रों की नालियों के निर्माण व संपर्क मार्गो की ऊंचाई बढ़ाने की मांग की है।
सपा नेता ने बताया कि वार्ड संख्या 54 और 56 के अंतर्गत कुरैशी मस्जिद चौक से लिसाड़ी गेट चौराहे तक और वार्ड संख्या 48 माधवपुरम सेक्टर तीन में सड़क टूटी हुई है। गहरे-गहरे गड्ढे हो गए हैं। नालियां जाम हैं। बारिश की जलनिकासी में अक्षम है। गत दिनों हुई बारिश के बाद से जल जमाव की स्थिति बनी हुई है। बरसात में तो इन मोहल्लों के लोगों के लिए आफत होगी। सपा नेता ने कहा कि नगर निगम प्रशासन को कई बार पत्र लिखा जा चुका है। अगर समस्या दूर नहीं होती है तो लोग आंदोलन को विवश होंगे।