जमीन देने में टाल-मटोल..दाम पर भी बिगड़े बोल

मेरठ से प्रयागराज तक जाने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए भूमि खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 10:55 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 10:55 AM (IST)
जमीन देने में टाल-मटोल..दाम पर भी बिगड़े बोल
जमीन देने में टाल-मटोल..दाम पर भी बिगड़े बोल

मेरठ, जेएनएन। मेरठ से प्रयागराज तक जाने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए भूमि खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अधिसूचना जारी होने के बाद आपत्तियां प्राप्त करने का समय भी बुधवार को समाप्त हो गया। मेरठ जनपद के मात्र नौ गांवों से 600 से ज्यादा आपत्तियां मिली हैं, जिनमें किसी ने जमीन का दाम बाजारी मूल्य से चार गुना मांगा है तो कोई भूमि अधिग्रहण से इन्कार कर रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ जनपद के 9 गांवों से गुजरेगा। यह मेरठ-बुलंदशहर राष्ट्रीय राजमार्ग के किमी 16 पर बिजौली गांव से शुरू होगा। इसके एलाइनमेंट को लेकर कई महीने दो क्षेत्रों के किसानों और भूमि मालिकों के बीच जद्दोजहद चली। एलाइनमेट फाइनल कर भूमि खरीद की अधिसूचना जारी हुई और भूमि मालिकों से आपत्तियां मांगी गई थीं। बुधवार को आपत्तियां देने का समय पूरा हो गया। मेरठ के केवल नौ गांवों में ही आपत्तियां मिली। इनकी संख्या लगभग 600 बताई जा रही है। आपत्तियों में किसानों और भूमि मालिकों ने जमीन के दाम बाजारी मूल्य से चार गुना मांगे हैं। कुछ ने जमीन की माप पर आपत्ति करते हुए नए सिरे से माप कराने की मांग की है। बड़ी संख्या में आपत्तियां नाम दर्ज कराने के लिए आई हैं। कुछ भूमि मालिकों ने जमीन के अधिग्रहण से इन्कार किया तो कुछ ने जमीन पर आपसी विवाद के चलते कोर्ट में मुकदमेबाजी की जानकारी देते हुए अधिग्रहण न करने की मांग की है। इन सभी आपत्तियों को निस्तारण के लिए एसडीएम मेरठ के कार्यालय में भेजा गया है।

बल्क में आ रहीं आपत्तियां

प्रशासनिक कार्यालयों में एक समस्या बल्क में आने वाली आपत्तियां बनी हैं। किसानों और भूमि मालिकों के स्थान पर आपत्तियां लेकर या तो अधिवक्ता पहुंच रहे हैं या फिर गांवों के प्रधान। एक एक आदमी दर्जनों की संख्या में आपत्तियां लेकर पहुंच रहा है।

मेरठ में इन गांवों से गुजरेगा गंगा एक्सप्रेस-वे

1. बिजौली

2. साफियाबाद लौटी

3. अटौला

4. अतराड़ा

5. खड़खड़ी

6. गोविंदपुर

7. बधौली

8. भगवानपुर

9. धनौटा

इन्होंने कहा-

गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि का अधिग्रहण नहीं, बल्कि भूमि मालिकों से सीधे बैनामा कराकर खरीदी जाएगी। जिसमें समय कम लगेगा और बाद में बार बार होने वाली मुआवजा की मांग की समस्या भी नहीं रहेगी। आपत्तियां प्राप्त करने का समय आज पूरा हो गया। जल्द आपत्तियों का निस्तारण करके भूमि के रेट तय किए जाएंगे।

मदन सिंह गब्र्याल, एडीएम प्रशासन और नोडल अधिकारी गंगा एक्सप्रेस-वे

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