सीबीआइ अफसर बनकर ठगने वाला गिरफ्तार
फर्जी सीबीआइ अफसर बनकर छात्रों और युवकों से ठगी करने वाले एक आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जबकि उसका साथी भाग गया।
मेरठ, जेएनएन। फर्जी सीबीआइ अफसर बनकर छात्रों और युवकों से ठगी करने वाले एक आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसका साथी भाग गया। उसके पास से नकदी, आधार कार्ड और अन्य जरूरी कागजात मिले हैं। बड़ी संख्या में युवकों से ठगी की बात सामने आ रही है। सदर बाजार थाना प्रभारी दिनेश चंद ने बताया कि कुछ दिन पहले दो युवकों ने नौकरी के नाम पर ठगी की शिकायत की थी, जिसकी जांच पुलिस कर रही थी। शनिवार देर शाम पुलिस ने नैंसी चौराहे से निक्की ढिल्लन निवासी छिलोरा गांव थाना भावनपुर को गिरफ्तार किया। इस दौरान उसका साथी रवि निवासी यूरोपियन स्टेट थाना कंकरखेड़ा भाग गया। आरोपित के पास से 70 हजार रुपये, आधार कार्ड, मार्कशीट और सीबीआइ के फर्जी कार्ड का स्क्रीन शाट मिला है। उन्होंने बताया कि आरोपित बड़ी संख्या में छात्रों और युवकों को ठगी का शिकार बना चुका है। आसपास के जनपदों में भी ठगी के मामलों की जानकारी सामने आ रही है। एएसपी सूरज राय ने बताया कि आरोपित आठ से दस लोगों से ठगी कर चुका है। कुछ लोगों के कागजात भी उसके पास थे। जिनके बदले में भी रुपये मांग रहा था।
कम से कम एक लाख लेता था
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह वन विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस और सेना समेत अन्य में नौकरी लगवाने के नाम पर कम से कम एक लाख रुपये लेता था। अधिकतम दस लाख रुपये भी लिए हैं। हालांकि नौकरी किसी की नहीं लगी, सभी को फर्जी नियुक्ति पत्र सौंप देता था। काफी समय से वह इस काम को कर रहा है।
फर्जी कंपनी बनाकर लाखों की ठगी
फर्जी कंपनी बनाकर लोगों से ठगी का मामला भी प्रकाश में आया है। पीड़ितों ने एसएसपी कार्यालय में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। गंगानगर निवासी अनुराग ने बताया कि विवि रोड पर सरधना निवासी व्यक्ति ने कार्यालय खोला था। लोगों से दस हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक जमा कराए। इसके बदले में प्रतिदिन एक प्रतिशत कैश बैक के साथ ही 10 माह में रकम दोगुनी करने की बात कही थी। इस बीच में टीवी, फ्रिज और अन्य सामान देने की बात कही थी। आरोपित ने सैकड़ों लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर ली। अब रुपये वापस मांगने पर धमकी दे रहा है। उन्होंने जानकारी जुटाई तो पता चला कि आरोपित के स्वजन भी ठगी के काम में साथ हैं। इससे पहले भी वह अन्य फर्जी कंपनी बनाकर ठगी कर चुके हैं। एसपी क्राइम राम अर्ज ने मेडिकल थाना पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस दौरान लक्की, जोगिंदर, रजत आदि भी मौजूद थे।