मेरठ में लापरवाही की हद...जिस पुल से गिरा बच्चा, उसे अभी तक नहीं किया बंद

मेरठ में ओडियन नाले में जिस लोहे के पुल से बच्चा गिरा था। उसे हादसे के तीन दिन बाद भी नहीं हटाया गया है। न ही बेरीकेडिंग कर उसे सील किया गया है। आशियाना कालोनी के पास ओडियन नाले पर बने इस पुल को स्थानीय लोगों के लिए बनाया था।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 12:20 AM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 12:20 AM (IST)
मेरठ में लापरवाही की हद...जिस पुल से गिरा बच्चा, उसे अभी तक नहीं किया बंद
मेरठ में घटना के तीन दिन बाद भी नगर निगम अधिकारियों की नहीं टूटी नींद।

मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ में ओडियन नाले में गिरकर बच्चे की मौत के बाद भी नगर निगम अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं। ओडियन नाले में जिस लोहे के पुल से बच्चा गिरा था। उसे हादसे के तीन दिन बाद भी नहीं हटाया गया है। न ही बेरीकेडिंग कर उसे सील किया गया है। आशियाना कालोनी के पास ओडियन नाले पर बने इस लोहे के पुल को स्थानीय लोगों ने आने-जाने के लिए बनाया है। यह पुल अवैध है।

इसी तरह ओडियन नाले पर ब्रह्मपुरी थाने से लेकर कमेला पुल तक लगभग एक दर्जन अस्थायी पुल लोगों ने बना रखे हैं। जिनसे रोजाना लोग नाला पार करते हैं। इनमें झूले वाले पुल के पास, कांच के पुल के बराबर में, चांद के पुल के पास और कमेला पुल के पास अस्थायी पुल प्रमुख हैं। जो कभी भी हादसे का कारण बन सकते हैं। आशियाना कालोनी के समीप ओडियन नाले के जिस पुल से बच्चा गिरा था, उस पुल का एक तरफ का लोहे का जाल भी टूट गया है। जिससे यह पुल और खतरनाक हो गया है।

हालांकि हादसे को देखते हुए स्थानीय लोगों ने इसका एक हिस्सा नीचे कर दिया है। मालूम हो कि गत सोमवार को सर्च अभियान के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट सत्येंद्र सिंह ने लोगों से कहा था कि ओडियन नाले पर अस्थायी व अवैध रूप से बने पुल हटवाए जाएंगे। इस दौरान नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद थे। लेकिन यह बात अफसर सर्च अभियान पूरा होने के साथ ही भूल गए।

इनका कहना है

ओडियन नाले पर मौजूद सभी अस्थायी पुलों को हटाया जाएगा। साथ ही नाले की दीवार मेंं एंगल लगाकर जिन लोगों ने खोखे बना रखे हैं। उन्हें भी हटाया जाएगा।

- ब्रजपाल सिंह, सहायक नगर आयुक्त प्रथम।

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