सिम बदलकर कर्मचारी ने मांगी थी फैक्ट्री मालिक से 10 लाख की रंगदारी

फैक्ट्री मालिक से 10 लाख की रंगदारी कर्मचारी ने ही मांगी थी। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार करते हुए मामले का राजफाश कर दिया है। आरोपित कर्मचारी ने सिम बदलकर 15 दिन में रकम देने के लिए कहा था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:36 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 06:36 AM (IST)
सिम बदलकर कर्मचारी ने मांगी थी फैक्ट्री मालिक से 10 लाख की रंगदारी
सिम बदलकर कर्मचारी ने मांगी थी फैक्ट्री मालिक से 10 लाख की रंगदारी

मेरठ, जेएनएन। फैक्ट्री मालिक से 10 लाख की रंगदारी कर्मचारी ने ही मांगी थी। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार करते हुए मामले का राजफाश कर दिया है। आरोपित कर्मचारी ने सिम बदलकर 15 दिन में रकम देने के लिए कहा था। इस मामले में एडीजी के आदेश पर नौचंदी थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। आरोपित को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर निवासी राकेश अरोड़ा की परतापुर थाना क्षेत्र में फैक्ट्री है। पिछले दिनों उन पर अंजान नंबर से कई बार फोन आया था। कालर 15 दिन में 10 लाख रुपये नहीं देने पर धमकी दे रहा था। पीड़ित ने इसकी शिकायत एडीजी राजीव सभरवाल से की थी। सर्विलांस की मदद से पुलिस ने आरोपित कर्मचारी तसलीम निवासी फतेहउल्लापुर थाना लिसाड़ी गेट को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह सिम बदलकर काल करता था। इस तरह से फोन करने का आइडिया उसे सीरियल देखकर आया था। पुलिस ने गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया।

बीमा एजेंट पर लाखों की ठगी का आरोप : मवाना के गांव नासरपुर के ग्रामीण बुधवार रात इंस्पेक्टर से मिले और कंपनी एजेंट पर बीमा पालिसी के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। ग्रामीणों ने रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की। जांच कर कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर ग्रामीण वापस लौट गये।

उक्त गांव ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे गांव निवासी रोहित ने बताया कि एक कंपनी के बीमा एजेंट के माध्यम से गांव के विनोद, प्रमोद, भूपेंद्र ने 5-5 लाख रुपये, जोगिद्र ने 7 लाख रुपये, चतर सिंह ने 3 लाख रुपये, प्रताप ने 6 लाख रुपये, तनू ने 6 लाख तथा दीपांशु ने 4 लाख की बीमा पालिसी करायी थी। इनमें से कुछ को रसीद दी गई, जबकि अन्य को रसीद तक नही दी गई। पालिसी कराये लगभग 15 साल हो गये हैं, लेकिन अभी तक पालिसी के रुपये नही मिले हैं। पीड़ितों ने सामूहिक तहरीर दी है।

इंस्पेक्टर विष्णु कौशिक ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।

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