जैन व वैश्य समाज के बीच विवाद थमा, दोनों के बीच हुई सहमति

सरधना स्थित पांडुशिला रोड स्थित मैत्रीद्वार का नामकरण जैन व वैश्य समाज के लोग अपन

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 08:50 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 08:50 PM (IST)
जैन व वैश्य समाज के बीच विवाद थमा, दोनों के बीच हुई सहमति
जैन व वैश्य समाज के बीच विवाद थमा, दोनों के बीच हुई सहमति

मेरठ,जेएनएन। सरधना स्थित पांडुशिला रोड स्थित मैत्रीद्वार का नामकरण जैन व वैश्य समाज के लोग अपने-अपने धर्मगुरुओं के नाम से करना चाहते थे। इसको लेकर दोनों समाज में गत चार वर्ष से विवाद चला आ रहा था। आखिर मंगलवार को इस विवाद का पटाक्षेप हुआ। यह विवाद थम गया है। इस द्वारा का नामकरण दोनों समाज के धर्मगुरुओं के नाम से किया जाएगा। मंगलवार को क्षेत्रीय विधायक संगीत सोम ने इस विद्योदय तीर्थ क्षेत्र मैत्री द्वार का शिलान्यास कर निर्माण कार्य शुरू कराया। इस द्वार पर संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज तथा अग्रगुरुकुल शिरोमणि अग्रसेन महाराज का नाम अंकित होगा।

पंकज जैन, शैलेंद्र गुप्ता व पंकज टाली ने मंगलवार को बताया कि कस्बा के पांडुशिला रोड पर चार वर्ष से जैन व वैश्य समाज के बीच द्वार निर्माण को लेकर विवाद चला आ रहा था। चेयरमैन अरसद गालिब के कार्यकाल में पालिका ने करीब 13 लाख की लागत से निर्माण कार्य कराने के लिए धनराशि स्वीकृत की थी। इस पर जब निर्माण कार्य शुरू कराया गया तो जैन समाज के लोगों ने बिनौली रोड स्थित स्थल पर पहुंचकर द्वार का निर्माण कार्य रुकवा दिया था। तब से यह विवाद चला आ रहा है। हालांकि, बीच में कई बार दोनों समाज के लोगों ने समझौते के प्रयास हुअए। लेकिन, कोई हल नहीं निकल सका था। अब दोनों समाज के लोगों ने बैठक की और जिसमें यह निर्णय लिया गया कि यह द्वारा क्यों न दोनों धर्मों के धर्मगुरुओं के नाम से बनाया जाए।

इस दौरान आचार्य विद्या सागर महाराज, वीर सागर महाराज, विशाल सागर महाराज व धवल सागर महाराज की प्रेरणा से दोनों समाज के लोगों में सहमती बन गई। मंगलवार को क्षेत्रीय विधायक डा. संगीत सोम ने मैत्री द्वार का विधि विधान से शिलान्यास किया गया। इस दौरान शरद त्यागी, नीरज जैन, कुनाल जैन,अतिशय जैन, सागर जैन, प्रमोद जैन, संजय जैन, पवन कंसल, अम्बुज प्रकाश, आशीश गुप्ता, सुशील गोयल, उतम, दीपक जैन, बिट्टू जैन, चिटू जैन व पिकू जैन आदि उपस्थित रहे।

chat bot
आपका साथी