चार घंटे से अधिक टीवी देखना बच्चों में बढ़ा रहा मोटापा

मोटापा जिस तेजी से बढ़ रहा है वह मौजूदा समय के साथ-साथ आने वाली पीढ़ी के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 05:00 AM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 05:00 AM (IST)
चार घंटे से अधिक टीवी देखना बच्चों में बढ़ा रहा मोटापा
चार घंटे से अधिक टीवी देखना बच्चों में बढ़ा रहा मोटापा

मेरठ, जेएनएन। मोटापा जिस तेजी से बढ़ रहा है वह मौजूदा समय के साथ-साथ आने वाली पीढ़ी के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा। दुनिया भर में मोटापे की बढ़ती हुई दर को देखते हुए प्रत्येक वर्ष डब्लूएचओ द्वारा चार मार्च को विश्व मोटापा दिवस मनाया जाता है। इसी को लेकर इंडियन एकेडमी आफ पीडियाट्रिक्स (आइएपी) की स्थानीय इकाई ने बुधवार को आइएमए हाल में एक गोष्ठी की।

इसमें आइएपी के अध्यक्ष डा. राजीव प्रकाश ने बताया कि भारत में आइसीएमआर-2019 द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया गया है कि बच्चों में मोटापे की समस्या हर साल 4.98 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है, जोकि चिंताजनक है। मोटापा देश में बचपन की शुरुआत के साथ ही महामारी के तौर पर शुरू हो रहा है। देश में बच्चों के मोटापे का प्रचलन लगभग 12.64 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार मौजूदा समय में 1.4 करोड़ बच्चे मोटापे से ग्रसित है, जिसमें 5.2 प्रतिशत लड़के तथा 4.5 प्रतिशत लड़कियां हैं। मेडिकल कालेज के बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा. विजय जायसवाल ने बताया कि मोटापे के रोग को जल्द से जल्द पहचानना जरूरी है। वयस्क होने के बाद मोटापा ज्यादातर बीमारी जैसे बीपी, थायरायड, डायबिटीज टाइप-2, कैंसर, सास रोग, मानसिक विकार आदि की वजह बनता है। चार घंटे से अधिक टीवी देखने वाले बच्चों में अधिक मोटापा

वरिष्ठ बालरोग विशेषज्ञ डा. अमित उपध्याय ने बच्चों में मोटापे के कारणों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि बच्चों में खेलकूद की प्रवृत्ति कम हो गई है साथ ही खानपान बिगड़ गया है। इसके चलते मोटापा उन पर हावी हो रहा है। अध्ययनों में पाया गया है कि जो बच्चे चार घंटे से अधिक टीवी देखते हैं वे आम बच्चों के मुकाबले 21.5 प्रतिशत ज्यादा वजनी होते हैं।

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