फायरिग की सूचना पर पार्षद के बेटे को पकड़ा, थाने में हंगामा

गंगानगर में फायरिग की सूचना पर पार्षद के बेटे और उसके साथी को हिरासत में लेने पर थाने में जमकर हंगामा हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 03:00 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 03:00 AM (IST)
फायरिग की सूचना पर पार्षद के बेटे को पकड़ा, थाने में हंगामा
फायरिग की सूचना पर पार्षद के बेटे को पकड़ा, थाने में हंगामा

मेरठ, जेएनएन। गंगानगर में फायरिग की सूचना पर पार्षद के बेटे और उसके साथी को हिरासत में लेने पर थाने में जमकर हंगामा हुआ। पार्षदों ने धरना देकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही दारोगा के निलंबन की मांग उठाई। शाम को एसपी देहात ने दारोगा को लाइन हाजिर करने का भरोसा दिया। इसके बाद ही पार्षद शांत होकर हिरासत में लिए दोनों युवकों को लेकर लौट गए।

गंगानगर पुलिस को दोपहर एक बजे फिटकरी निवासी आदेश ने काल कर आइआइएमटी विवि के पास फायरिग होने की सूचना दी। बताया गया कि काले रंग की कार में सवार होकर आरोपित भाग रहे हैं। तभी दारोगा योगेश पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उसी समय आइआइएमटी विवि की तरफ से गंगानगर के पार्षद गुलवीर का बेटा प्रिंस अपने साथी सोनू के साथ काले रंग की कार (क्रेटा) में सवार होकर जा रहा था। पुलिस प्रिंस और सोनू को जीप में बैठाकर थाने ले आई। दोनों ने फायरिग की घटना से इन्कार कर दिया। तब भी पुलिस नहीं मानी। इसके बाद प्रिंस ने अपने पिता गुलवीर को मामले की जानकारी दी। गुलवीर के थाने पहुंचने से पहले ही सूचना देने वाला आदेश वहां पहुंच गया। आदेश ने फायरिग की घटना में प्रिंस और सोनू के होने से इन्कार किया। इसके बाद पुलिस ने प्रिंस और सोनू को छोड़ दिया। लेकिन उन्होंने घर लौटने से इन्कार कर दिया। उनका कहना था कि दारोगा और इंस्पेक्टर ने भीड़ के बीच गिरेबान पकड़कर उन्हें जीप में डाला था। साथ ही थाने पर भी अभद्रता की गई। इसी बीच गुलवीर ने बड़ी संख्या में पार्षदों को थाने बुलाया। सभी पार्षदों ने दारोगा के निलंबन की मांग को लेकर थाने पर धरना दिया। इंस्पेक्टर ऋषिपाल ने पार्षदों को समझाने की कोशिश की। थाने में ही पार्षद और इंस्पेक्टर में जमकर नोकझोंक हुई। इसके बाद हाल ही में गंगानगर थाने से स्थानांतरित किए गए इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा को वहां भेजा गया। बिजेंद्र राणा से भी पार्षद उलझ गए। इस पर इंस्पेक्टर ने पार्षद के बेटे पर कमेंट कर दिया कि चेहरे पर पार्षद की प्लेट लगाकर चला करो। तब पुलिस दूर से ही पहचान कर लेगी। इसके बाद फिर से पार्षदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। शाम को एसपी देहात केशव कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने दारोगा योगेश को लाइन हाजिर करने का भरोसा दिलाया। इसके बाद ही पार्षद शांत होकर वापस लौटे।

इन्होंने कहा--

फायरिग की सूचना पर चेकिंग के दौरान पार्षद के बेटे को रोक लिया था। पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया गया, जिस पर पार्षदों ने दारोगा पर अभद्रता का आरोप लगाया है। सीसीटीवी फुटेज से मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

अजय साहनी, एसएसपी

--- काली फिल्म लगाकर कार में चलने वाले पार्षद के बेटे पर कार्रवाई नहीं : गंगानगर थाने पर करीब चार घंटे तक भाजपा पार्षदों ने बवाल काटा। वजह कोई बड़ी नहीं थी। फायरिग की घटना पर पार्षद के बेटे को पूछताछ के लिए पुलिस थाने पर ले आई थी। पुलिस से जमकर धक्का-मुक्की कर नारेबाजी की गई। इसके बाद भी पुलिस पार्षदों पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाई, जबकि पार्षद का बेटा काली फिल्म लगी कार को स्पीड से दौड़ा रहा था।

पार्षद दल के नेता विपिन जिंदल, पंकज गोयल, अंशुल गुप्ता, अनुज वशिष्ठ, शौकत अली, गुलवीर सिंह, संजय सैनी और भाजयुमो के महानगर अध्यक्ष वीनस शर्मा समेत तमाम नेताओं ने गंगानगर थाने पर जमकर हंगामा किया। पुलिस ने फायरिग की सूचना पर काली फिल्म लगी तेजगति से जा रही क्रेटा कार को रोक लिया। इसमें पार्षद गुलवीर का बेटा प्रिंस और उसका दोस्त सोनू सवार था। इसके बाद भी पुलिस ने काली फिल्म लगाकर चलने वाले पार्षद के बेटे पर कार्रवाई नहीं की। बल्कि पार्षद के बेटे को पूछताछ के लिए थाने लेकर आने वाले दारोगा योगेश को लाइन हाजिर कर दिया। इससे भी हैरत की बात है कि थाने पर करीब चार घंटे हंगामे के बाद पुलिस ने थाने की जीडी में तस्करा तक नहीं डाला है। इससे पहले 13 जनवरी को सपा और कांग्रेस नेताओं ने थाने के सामने सड़क रोककर हंगामा कर दिया था। तब भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी।

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