Terrorist In Meerut: आठवीं पास आतंकी तीरथ सिंह के नेटवर्क पर 'निशाना', स्‍थानीय कनेक्‍शन की भी तलाश

पंजाब पुलिस ने रविवार को तीरथ सिंह को कोर्ट में पेश किया। साथ ही इसके नेटवर्क और स्‍थानीय कनेक्‍शन की जांच कर रही है। इस दौरान पुलिस का कहना है कि कुछ बड़ा खुलासा किया जाएगा।

By Prem BhattEdited By: Publish:Sun, 31 May 2020 10:37 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 09:53 AM (IST)
Terrorist In Meerut: आठवीं पास आतंकी तीरथ सिंह के नेटवर्क पर 'निशाना', स्‍थानीय कनेक्‍शन की भी तलाश
Terrorist In Meerut: आठवीं पास आतंकी तीरथ सिंह के नेटवर्क पर 'निशाना', स्‍थानीय कनेक्‍शन की भी तलाश

मेरठ, जेएनएन। थापरनगर से पकड़े गए आतंकी के नेटवर्क और मिशन पर सुरक्षा एजेंसियों ने 'निशाना' साध लिया है। मेरठ से दिल्ली-पंजाब और विदेश में रहने वाले लोग रडार पर हैं। उसकी कॉल डिटेल से लेकर सोशल मीडिया पर हलचल को बारीकी से खंगाला जा रहा है। हस्तिनापुर पर भी नजर है। उधर, पंजाब पुलिस ने आतंकी को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने चार दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया है।

शनिवार को पंजाब पुलिस और यूपी एटीएस की टीम ने खालिस्तान मूवमेंट के लिए काम करने के आरोप में थापरनगर से तीरथ सिंह (मूल निवासी हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के किशनपुरा निवासी) को गिरफ्तार किया था। उसके कमरे से टीम ने जनरैल सिंह भिंडरावाला के पोस्टर बरामद किए थे। वह यूके निवासी गुरुशरणबीर सिंह (खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के सक्रिय सदस्य) के संपर्क में भी था।

उसका काम सीमापार से गोला-बारूद मंगाकर सप्लाई करना था। वह सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय था। जांच एजेंसियां उसके फेसबुक और वाट्सएप के जरिए खालिस्तान मूवमेंट से जुड़े अन्य लोगों तक पहुंचने में जुट गई है। मेरठ से लेकर दिल्ली-पंजाब और सीमापार तक के कनेक्शन की जांच शुरू हो गई है। इस दौरान उसे सहयोग करने वाले कई रसूखदार भी रडार पर आ गए हैं।

रिमांड के दौरान निकलेंगे राज

पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि रविवार को आतंकी तीरथ ङ्क्षसह को कोर्ट में पेश किया गया। उसकी चार दिन की रिमांड मंजूर हो गई। इस दौरान उससे खालिस्तान मूवमेंट से जुड़े नेटवर्क के बारे में जानकारी एकत्र की जाएगी। उनके काम करने के तरीके के बारे में भी पूछा जाएगा। शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि वह अकसर पंजाब आता रहता था।

कभी चालान तक नहीं हुआ...सीधा आतंकी का मुकदमा

तीरथ सिंह की शुरुआती पढ़ाई मेरठ में ही हुई है। वह आठवीं तक पढ़ा है। करीब चार साल से वह सोतीगंज में काम कर रहा था। शाम को गुरुद्वारे में सेवादारी करता था। जनपद में कहीं भी उसके खिलाफ शांतिभंग का मामला भी दर्ज नहीं हुआ। खालिस्तान मूवमेंट से जुडऩे के चलते सीधे आतंकवादी की रिपोर्ट दर्ज हुई। पिता और अन्य परिजनों ने बेटे को निर्दोष बताया है। उधर, जिस स्कूल में वह पिता के साथ रहता था, उसको भी स्कूल प्रबंधन ने खाली करा लिया। उनका कहना था कि पूरे मामले में स्कूल की काफी किरकिरी हुई है। 

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