Terrorism : दरभंगा जंक्शन पर पार्सल विस्फोट मामले में उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने शामली से दो को उठाया

Terrorism Connection Of Shamli दरभंगा रेलवे स्टेशन पर पार्सल में विस्फोट के मामले के तार शामली से जुड़ रहे हैं। शामली पुलिस ने इस संबंध में दो लोगों को उठाया है। पिता के साथ उसके पुत्र को उठाया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 12:01 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 01:25 PM (IST)
Terrorism : दरभंगा जंक्शन पर पार्सल विस्फोट मामले में उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने शामली से दो को उठाया
दरभंगा जंक्शन पर 17 जून को हुए पार्सल में विस्फोट की जांच राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआइए) ने संभाल ली

शामली, जेएनएन। बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन पर पार्सल में बीती 17 जून को विस्फोट प्रकरण में शामली का कनेक्शन सामने आ गया है। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने शामली में गुरुवार रात दो संदिग्ध लोगों को किया। एसटीएफ ने कैराना के आलकलां से हाजी कासिम व कफील को गिरफ्तार किया। इन पिता व पुत्र से कैराना थाना पर पुछताछ जारी है।

बिहार के दरभंगा जंक्शन पर 17 जून को हुए पार्सल में विस्फोट की जांच राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआइए) ने संभाल ली है। इस मामले में एनआइए ने उत्तर प्रदेश पुलिस से भी सम्पर्क करने के बाद गुरुवार को लखनऊ शाखा में प्राथमिकी दर्ज कर काम शुरू कर दिया है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस प्रकरण पर एसटीएफ को लगा दिया है।

दरभंगा में पार्सल में विस्फोट के मामले के तार शामली से जुड़ रहे हैं। शामली पुलिस ने इस संबंध में दो लोगों को उठाया है। पिता के साथ उसके पुत्र को उठाया है। जल्द ही केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी शामली पहुंचेंगे। 20 जून को बिहार के दरभंगा जंक्शन पर एक पार्सल में विस्फोट हो गया था। इस मामले की जांच की गई तो पार्सल पर मोबाइल नंबर लिखा था। यह नंबर शामली का कोई व्यक्ति प्रयोग कर रहा है। उसी समय से शामली और आसपास के क्षेत्र के कुछ लोग जांच अधिकारियों के निशाने पर हैं।

इस विस्फोट प्रकरण में शामली पुलिस ने दो लोगों को उठाया है। इनको कल देर रात शामली के आलकलां से गिरफ्तार करने के बाद एसटीएफ कैराना थाना में पुछताछ कर रही है। उनसे कड़ी पूूछताछ की जा रही है। बिहार के दरभंगा में पार्सल ब्लास्ट में एसटीएफ की गिरफ्त में आए संदिग्ध कफील के पिता ने कहा कि बेटा तो कैराना में एजेंसी चलाता है। कक्षा आठ तक की पढ़ाई के बाद कफील गोल्डी मसाला की एजेंसी चलाता है। उसका कोई अपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है। एसपी शामली सुकीर्ति माधव ने बताया कि उनके पास इस संबंध में कहने के लिए कुछ नहीं है। इस संबंध में अभी किसी भी जांच एजेंसी के किसी अधिकारी ने उनसे संपर्क नहीं किया है।

शुक्रवार को छह सदस्यीय टीम सबसे पहले उस जगह का निरीक्षण करेगी, जहां विस्फोट हुआ है। इसके पूर्व, बिहार के साथ यूपी और तेलंगाना राज्य की एटीएस ने एनआइए को मामले से जुड़ा फीडबैक दिया है। गृह मंत्रालय को भी मामले से जुड़ी रिपोर्ट साझा की गई है।  

दरभंगा ब्‍लास्‍ट की पूरी जांच केंद्रीय गृह मंत्रालय की निगरानी में हो रही है। गृह मंत्रालय के आदेश पर एनआईए ने एफआईआर दर्ज कर जांच को अपने जिम्मे में ले लिया है। दरभंगा ब्‍लास्‍ट शुरू में सामान्‍य लग रहा था, लेकिन बाद में इसकी गंभीरता को देखते हुए जांच एनआईए को सौंपने का निर्णय लिया गया। इस ब्‍लास्‍ट के पीछे किसी बड़ी आतंकी वारदात की साजिश का अंदेशा जताया जा रहा है। ब्‍लास्‍ट के तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से भी जुड़ रहे हैं। एनआईए पूरे मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश करेगी।

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