किशोरी जिंदा निकली, आरोपितों का गुनाह बरकरार
चौदह साल की किशोरी अभी जिंदा हैं जबकि दो माह पहले सरधना नहर में मिले शव को स्वजन ने किशोरी का मानकर आत्मा की शांति के लिए पूजा भी करा दी थी।
मेरठ, जेएनएन। चौदह साल की किशोरी अभी जिंदा हैं, जबकि दो माह पहले सरधना नहर में मिले शव को स्वजन ने किशोरी का मानकर आत्मा की शांति के लिए पूजा भी करा दी थी। पुलिस ने तीन आरोपितों को किशोरी के अपहरण में जेल भेज दिया। एक माह पहले अचानक नारी उद्धार केंद्र से परिवार को जानकारी मिली। उसके बाद पुलिस के साथ परिवार उद्धार केंद्र गए। किशोरी की पहचान कर परीक्षितगढ़ पुलिस ने दोबारा जांच शुरू की। किशोरी के कोर्ट में बयान दर्ज कराए। किशोरी ने तीनों युवकों पर अपहरण का आरोप लगाते हुए स्वजन के साथ जाने से इन्कार कर दिया। उसे उद्धार केंद्र में रखा गया है।
बागपत के खेकड़ा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली चौदह वर्षीय किशोरी को स्वजन ने अक्टूबर 2020 में परीक्षितगढ़ स्थित नानी के घर छोड़ दिया था। पांच दिसंबर को अचानक किशोरी लापता हो गई। मां ने कपिल पुत्र सत्यवान निवासी हजूराबाद गढ़ी थाना सिंघावली अहीर को नामजद कर दिया। पुलिस की विवेचना में सामने आया कि किशोरी को अगवा करने में कपिल का भाई अमित और उसका दोस्त सरधना के छूर निवासी बालिंद्र पुत्र राजू भी मौजूद था। उन्हीं दिनों सरधना के गंग नहर में एक किशोरी का शव मिला। हाथ का कड़ा और कपड़ों के आधार पर स्वजन ने उसकी पहचान बेटी के रूप में की। पुलिस ने भी किशोरी को मृत मानकर तीनों आरोपितों को अपहरण की धारा में जेल भेज दिया। बरामद शव की डीएनए रिपोर्ट नहीं आने की वजह से तीनों पर हत्या की धारा नहीं लगाई गई थी। इसी बीच किशोरी लालकुर्ती क्षेत्र में लावारिस हालत में मिली तो पुलिस ने उसे नारी उद्धार केंद्र भेज दिया। यहां के कर्मचारियों ने एक माह पहले किशोरी का पता लगाकर परिवार को जानकारी दी। स्वजन पुलिस के साथ नारी उद्धार केंद्र पहुंचे। पुलिस ने केस की दोबारा विवेचना शुरू कर दी। पुलिस ने 15 दिन पहले किशोरी के कोर्ट में बयान दर्ज करा दिए, जिसमें किशोरी ने जेल गए तीनों आरोपितों पर अपहरण करने का आरोप लगाया। ऐसे में तीनों आरोपितों पर अपहरण और पोक्सो एक्ट में कार्रवाई की जा चुकी है। किशोरी ने स्वजन के साथ जाने से इन्कार कर दिया। पुलिस ने किशोरी को दोबारा नारी उद्धार केंद्र भेज दिया। वो कौन थी जिसकी लाश मिली
खेकड़ा क्षेत्र के गांव में किशोरी की आत्मा की शांति के लिए परिवार के लोग पूजा करा चुके थे। सवाल है कि सरधना नहर में जो लाश मिली वह किसकी थी। क्या पुलिस उसकी पहचान कर पाएगी। एसएसपी का कहना है कि सरधना पुलिस इसका राजफाश करेगी। इन्होंने कहा-
किशोरी के स्वजन ने ही नहर में मिले शव की पहचान बेटी के रूप में की थी। पुलिस ने डीएनए जांच कराई। रिपोर्ट आने के बाद ही आरोपितों पर हत्या का चार्ज बढ़ाया जाता। अब किशोरी ने भी आरोपितों पर अपहरण का आरोप लगाया है। ऐसे में तीनों आरोपितों पर अपहरण और पोक्सो एक्ट का अपराध बनता है, जिसके तहत उन पर कार्रवाई हो चुकी है। ऐसे में फिलहाल उन्हें केस में कोई राहत नहीं दी जाएगी।
-अजय साहनी, एसएसपी