फर्जी अनुमोदन की जांच : अब नहीं चलेगी गड़बड़ी, हर शिक्षक का होगा सत्यापन Meerut News

फर्जी अनुमोदन की जांच पहले चरण में सत्यापन के लिए बीपीएड और एमपीएड के कालेजों की सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। इन सभी कालेजों को अपने शिक्षकों को विश्वविद्यालय में भौतिक सत्यापन के लिए भेजना होगा।। 27 और 28 अक्टूबर को विश्वविद्यालय में सत्यापन।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 12:06 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 12:06 PM (IST)
फर्जी अनुमोदन की जांच : अब नहीं चलेगी गड़बड़ी, हर शिक्षक का होगा सत्यापन Meerut News
विश्वविद्यालय में 28 और 29 अक्टूबर को सभी शिक्षकों का शेड्यूल के हिसाब से सत्यापन होगा।

मेरठ, जेएनएन। फर्जी अनुमोदन की जांच के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने कवायद शुरू कर दी है। दाखिले से पहले मेरठ और सहारनपुर मंडल के बीपीएड, एमपीएड के कालेजों के शिक्षकों का भौतिक सत्यापन होगा। विश्वविद्यालय में ऐसे कालेजों की सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। इन सभी कालेजों को अपने शिक्षकों को विश्वविद्यालय में भौतिक सत्यापन के लिए भेजना होगा।

दो दिन होगा सत्यापन

विश्वविद्यालय में 28 और 29 अक्टूबर को सभी शिक्षकों का शेड्यूल के हिसाब से सत्यापन होगा। विश्वविद्यालय से संबंध इन कालेजों से ऐसी शिकायत मिल रही थी कि एक ही शिक्षक कई जगह पढ़ा रहे हैं। कुछ शिक्षक के नाम केवल कागज और फाइलों में चल रहे हैं।एनटीएसई की गाइड लाइन के अनुसार सभी शिक्षकों का सत्यापन किया जाएगा।

22 कालेज की सूची जारी

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने 22 बीपीएड और एमपीएड कालेजों की सूची तैयार की है। साथ ही शिक्षकों के सत्यापन के लिए एक प्रोफार्मा भी जारी किया है । जिसे कालेज के शिक्षक भरकर लाएंगे। माना जा रहा है भौतिक सत्यापन से फर्जी तरीके से पढ़ा रहे शिक्षक बाहर होंगे या फिर कालेज की गड़बड़ी पकड़ी जाएगी।

सहारनपुर विवि के बाद और बढ़ेगी निगरानी

सहरानपुर विवि शुरू होने और गौतमबुद्ध से सम्बद्धता का अधिकार मिलने के बाद चौधरी चरण सिंह विवि के पास 400 कालेज बचेंगे। इसे ध्यान में रखते हुए विवि ने अपनी तैयारी अभी से शुरू कर दी। कालेज कम होने के बाद विवि सभी पर सही से निगरानी कर सकेगा। शिक्षकों का भौतिक सत्यापन उसी दिशा में है। आगे अन्य सभी सेल्फ फाइनेंस कालेजों का भी सत्यापन किया जाएगा। 

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