Beneficial Measures For Farmers: जून के महीने में फसलों का रखें विशेष ध्यान, किसानों के लिए फायदेमंद उपाय
किसानों को सलाह दी गई है कि वह खेतों में सब्जियों फलों की तुडाई धान की नर्सरी आदि काम करते समय शारीरिक दूरी का पालन जरूर बनाकर रखें। तापमान की अधिकता को देखते हुए तुड़ाई के बाद सब्जियों व फलों को छायादार स्थान पर ही रखें।
मेरठ, जेएनएन। 12 जून से 16 जून तक मौसम विज्ञानियों ने बारिश के आसार बताए हैं। इस बीच गर्मी का पारा भी अपने चरम पर है। जून के महीने में किसानों को फसलों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। फसलों का ही नहीं, बल्कि पशुओं को भी उबलती गर्मी से बचाकर रखना पड़ता है। इस सप्ताह में मौसम का तापमान 40 डिग्री तक पहुंचने की आशंका है। अधिक गर्मी होने से खेतों में फसलों को सिंचाई की आवश्यकता पड़ेगी। साथ ही कोरोना से भी बचाव रखना है।
किसानों को सलाह दी गई है कि वह खेतों में सब्जियों, फलों की तुडाई, धान की नर्सरी आदि काम करते समय शारीरिक दूरी का पालन जरूर बनाकर रखें। तापमान की अधिकता को देखते हुए तुड़ाई के बाद सब्जियों व फलों को छायादार स्थान पर ही रखें।
मक्का व चावल में बरतें सावधानी इस समय किसान मक्का की 5 प्रजाति की बुवाई कर सकते हैं। यदि सिंचाई की सुविधा है तो बुवाई 15 जून तक कर लें नहीं तो 25 जून तक मक्के की बुवाई कर सकते हैं। वहीं, धान की नर्सरी इस सप्ताह में डाल सकते हैं। पौध तैयार करने के लिए सवा मीटर चौड़ी आठ मीटर लंबी क्यारियां बनाई जा सकती हैं।
कृषि भूमि को तैयार करें
खेत में सभी मेढ़ों की मरम्मत करें। रोपाई से दो सप्ताह पहले खेत में गोबर की खाद डालें व जुताई करें ताकि खाद अच्छी तरह से गल-सड़ जाए। उर्वरक देने से
पहले खेत को समतल कर लें। जुताई करके दो से तीन बार कल्टीवेटर से जुताई करें एवं ढेलों को फोड़कर समतल करें। साथ ही खेत की मजबूत मेडबंदी भी कर देनी चाहिए। जिससे खेत में वर्षा का पानी अधिक समय में खेत में संचित किया जा सके।