प्रियम की कप्तानी में खेलेंगे सुरेश रैना

सैय्यद मुश्ताक अली टी-20 ट्राफी के लिए मेरठ के प्रियम गर्ग को उत्तर प्रदेश टीम का कप्तान बनाया गया है। टीम के संभावित खिलाड़ियों का प्रशिक्षण शिविर कानपुर में चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Dec 2020 10:45 AM (IST) Updated:Wed, 16 Dec 2020 10:45 AM (IST)
प्रियम की कप्तानी में खेलेंगे सुरेश रैना
प्रियम की कप्तानी में खेलेंगे सुरेश रैना

मेरठ, जेएनएन। सैय्यद मुश्ताक अली टी-20 ट्राफी के लिए मेरठ के प्रियम गर्ग को उत्तर प्रदेश टीम का कप्तान बनाया गया है। टीम के संभावित खिलाड़ियों का प्रशिक्षण शिविर कानपुर में चल रहा है। इस शिविर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सुरेश रैना भी शामिल हैं। टीम की घोषणा होना अभी बाकी है। शिविर में सुरेश रैना सहित सभी खिलाड़ी जमकर पसीना बहा रहे हैं। अनुभवी रैना साथी खिलाड़ियों के साथ जीत की हुंकार भरते हुए भी दिख रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर रैना ने प्रियम व अन्य खिलाड़यिों व चयनकर्ताओं के साथ की तस्वीर साझा करते हुए टीम को जिताने का संदेश दिया है। वहीं, प्रियम ने भी सुरेश रैना के साथ अपनी तस्वीर साझा की है। युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने की कड़ी में प्रियम गर्ग को कप्तानी और गौतमबुद्धनगर के कर्ण शर्मा को उप-कप्तान बनाए गया है। शिविर में प्रियम गर्ग सहित मेरठ के सात खिलाड़ी शामिल हैं। टीम में सुरेश रैना जैसे अनुभवी खिलाड़ी के खेलने से युवा खिलाड़ियों का मनोबल भी बढ़ेगा और उनके बहुत कुछ सीखने को भी मिलेगा।

खेल कोटे में भी जातिगत कोटा

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में खेल कोटे के तहत पांच फीसद सीटों पर खिलाड़ियों को प्रवेश दिया जाता है। लेकिन इस कोटे में भी जातिगत कोटा निर्धारित है। जिसकी शिकायत राजभवन से की गई है। विवि में पिछले कई साल से खेल कोटे में भी कोटे के तहत प्रवेश होते रहे हैं। विवि में स्नातक प्रथम वर्ष में पांच फीसद सीटों पर खेल कोटे से प्रवेश लिया जाता है। इसके लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी शारीरिक दक्षता परीक्षण देते हैं। फिर अर्ह अभ्यर्थियों की प्रवेश की सूची तैयार होती है। विवि में इस कोटे के तहत भी ओबीसी और एससी की कटेगरी तय की जाती है। कोटे के अंदर कोटा निर्धारित करने की राजभवन से शिकायत की गई है। वहीं, इस संबंध में क्रीड़ा अधिकारी गुलाब सिंह रूहेल ने कहा कि विवि का जो नियम है, उसके तहत ट्रायल के बाद खेल कोटे में प्रवेश दिया जाता है। इस बार खेल कोटे के अंतर्गत तीन हजार सीटों पर प्रवेश होना था। उसमें 115 अभ्यर्थी ही ट्रायल के बाद आए। खेल कोटे में भी काफी सीट खाली रहती है, जिसे बाद में सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों से भरा जाता है।

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