दीपावली के बाद सात नवंबर से चालू होंगी चीनी मिलें

बारिश होने से गन्ने का पेराई सत्र भी इस वर्ष देरी से शुरू होगा। पेराई सत्र 2021-22 के अंतर्गत मेरठ में चीनी मिलों की पेराई सात नवंबर से चालू होगी। इससे पहले एक नवंबर को चीनी मिलें इंडेंट जारी करेंगी। गन्ना विभाग का कहना है कि पिछले पेराई सत्र के अनुसार ही कुल क्षमता टीसीडी से चीनी मिलों का संचालन किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 08:14 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 08:14 PM (IST)
दीपावली के बाद सात नवंबर से चालू होंगी चीनी मिलें
दीपावली के बाद सात नवंबर से चालू होंगी चीनी मिलें

मेरठ, जेएनएन। बारिश होने से गन्ने का पेराई सत्र भी इस वर्ष देरी से शुरू होगा। पेराई सत्र 2021-22 के अंतर्गत मेरठ में चीनी मिलों की पेराई सात नवंबर से चालू होगी। इससे पहले एक नवंबर को चीनी मिलें इंडेंट जारी करेंगी। गन्ना विभाग का कहना है कि पिछले पेराई सत्र के अनुसार ही कुल क्षमता टीसीडी से चीनी मिलों का संचालन किया जाएगा। मेरठ जिले की सभी छह चीनी मिलों की क्षमता 48800 टीसीडी यानि टन क्रशिग पर डे है।

सात नवंबर को दो चीनी मिलों का शुभारंभ

जिला गन्ना अधिकारी मेरठ डा. दुष्यंत कुमार ने बताया कि एक नवंबर को गन्ना इंडेंट जारी हो जाएगा। इसमें चीनी मिलें पर्चियां जारी कर देंगी। सात नवंबर को किनौनी व सकौती में पेराई सत्र का शुभारंभ होगा। इसके अगले दिन आठ नवंबर को मेरठ जिले की शेष चार चीनी मिलों मोहिउद्दीनपुर, मवाना, नंगलामल व दौराला में पेराई शुरू की जाएगी। जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि गन्ना समितियों स्तर पर ही एजीएम की बैठक जारी कर प्रस्ताव लिए गए हैं।

मोहिउद्दीनपुर व किनौनी पर 286 करोड़ बकाया

पिछले पेराई सत्र 2020-21 के अंतर्गत मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल पर गन्ना किसानों का 46 करोड़ बकाया है। जबकि किनौनी चीनी मिल पर 240 करोड़ अवशेष है। किनौनी चीनी मिल ने नवंबर में ही पूर्ण भुगतान करने का दावा किया है। शेष चारों चीनी मिलों ने पहले ही शत-प्रतिशत गन्ना भुगतान कर दिया था। बता दें कि चीनी मिलों पर गन्ना भुगतान की मांग को लेकर आए दिन हो हल्ला होता रहता है। जिला गन्ना अधिकारी से लेकर मिल प्रबंधन तक समय से भुगतान का दावा तो करते रहते हैं, लेकिन मूलत: ऐसा हो नहीं पाता।

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