सुदीक्षा प्रकरण: बुलेट सवारों की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश, एसआइटी को नहीं मिल रही सफलता Bulandshahr News
Sudiksha Case बुलंदशहर में छात्रा सुदीक्षा के लिए मौत के जिम्मेदार युवकों की तलाश दिन रात की जा रही है। बुलेट सवारों से लगातार पूछताछ की जा रही है।
बुलंदशहर, जेएनएन। Sudiksha Case बुलंदशहर जिले की मेधावी बेटी सुदीक्षा की मौत के जिम्मेदार युवकों की तलाश में एसआइटी, सर्विलांस टीम, स्वाट टीम ने औरंगाबाद थानाक्षेत्र के करीब आधा दर्जन गांवों में सुबह तीन बजे तक दबिश दी। इस दौरान पुलिस ने करीब 10 से 15 युवकों को हिरासत में लेकर रातभर पूछताछ की। वहीं, चार और बुलट को कब्जे में लिया गया। इन बुलट की पहचान कराने के लिए सीसीटीवी फुटेज में आ रही बुलट से मिलाया जा रहा है। हालांकि गुरुवार सुबह तक पुलिस को सफलता नहीं मिली थी। इस प्रकरण को लेकर खुद एसएसपी संतोष कुमार सिंह बुधवार की देर रात तक औरंगाबाद थाने में डेरा डाले रहे।
हादसे की तरफ जा रही एसआइटी की जांच
वैसे तो इस पूरे प्रकरण में एसआइटी कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन पुलिस के विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि लिखापढ़ी में भी एसआइटी की जांच हादसे की तरफ जा रही है। जबकि परिजनों का आरोप है कि सुदीक्षा के साथ बुलेेट सवार युवकों ने पहले छेड़छाड़ की और फिर स्टंट करने लगे। स्टंट करने के दौरान ही बुलट सवारों ने ब्रेक लगाए। जिसके बाद हादसा हुआ और सुदीक्षा की मौत हो गई।
परिजन नहीं आए थाने
औरंगाबाद थाने में बुधवार की सुबह से लेकर गुरुवार की सुबह तक करीब 32 बुलट बाइक को कब्जे में ले लिया गया था। बुधवार को सुदीक्षा के भाई निगम भाटी को बुलट की पहचान कराने के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह किसी कारणवश नहीं आ पाया था। पुलिस को उम्मीद थी कि गुरुवार को निगम भाटी और उसके परिजन बुलट बाइक की पहचान करने के लिए थाने पर आएंगे, लेकिन वे नहीं आए।
इनका कहना है
हम हर बिंदु पर जांच कर रहे हैं। एसआइटी भी इस प्रकरण को लेकर गंभीर है। जो भी तथ्य सामने आएगा। उसे सार्वजनिक किया जाएगा। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद भी बहुत कुछ सच्चाई सामने आएगी। इसलिए उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। कई बुलट कब्जे में ली गई है। रात भी कई स्थानों पर दबिश दी गयी है। छात्रा के भाई को पहचान के लिए थाने पर बुलाया गया, किसी कारणवश वह नहीं आ पाया।
- संतोष कुमार सिंह, एसएसपी