Admission Session 2021-22: दाखिले की दौड़ में और भी पीछे रह जाएंगे अब बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्र

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं अभी चल रही हैं। इसके बाद मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू होगी और फिर कहीं जाकर रिजल्ट जारी करने का नंबर आएगा। ऐसे में जो छात्र वर्तमान में बोर्ड परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। वह विश्वविद्यालयों में चल रही प्रवेश प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकेंगे।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 12:54 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 12:54 PM (IST)
Admission Session 2021-22: दाखिले की दौड़ में और भी पीछे रह जाएंगे अब बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्र
यून‍ि‍वर्स‍िटी में दाख‍िले में पीछे रह जाएंगे अब बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्र।

मेरठ, जेएनएन। वर्ष 2021 में बोर्ड परीक्षाएं हुई नहीं। रिजल्ट पूर्व परीक्षाओं के आधार पर काफी देर से जारी हुए। इसी कारण सत्र 2021-22 की प्रवेश प्रक्रिया कालेजों और विश्वविद्यालयों में भी देरी से शुरू हो सकी। अब सीबीएसई और आइसीएसई ने अंक सुधार करने वाले छात्रों की परीक्षा करा दी जिसमें सीआइएससीई की ओर से रिजल्ट भी जारी कर दिया गया है।

वहीं यूपी बोर्ड की परीक्षाएं अभी चल रही हैं जो अक्टूबर के प्रथम सप्ताह तक चलेगी। इसके बाद मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू होगी और फिर कहीं जाकर रिजल्ट जारी करने का नंबर आएगा। ऐसे में जो छात्र वर्तमान में बोर्ड परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। वह विश्वविद्यालयों और कालेजों में चल रही प्रवेश प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकेंगे।

प्रमोट क‍िए गए छात्रों के लिए नहीं आए आदेश 

बिना अंक के प्रमोट किए गए छात्रों को भी प्रवेश प्रक्रिया में शामिल किए जाने संबंधी आदेश प्रदेश सरकार ने जारी तो कर दिया लेकिन बिना अंक के यह छात्र मेरिट में किस तरह शामिल किए जाएंगे इसका जवाब किसी के पास नहीं है। वहीं दूसरी ओर मार्कशीट पर अंक चढ़ाने के लिए ही हो रही बोर्ड परीक्षा में शामिल छात्र इस दौड़ में सभी से पीछे रह जाएंगे। यदि किसी के अंक अच्छे आते हैं तो उन्हें बाद में मेरिट में किस तरह शामिल किया जाएगा, इससे संबंधित कोई दिशा-निर्देश भी अब तक जारी नहीं किया गया है। चौ. चरण सिंह विवि में भी प्रवेश के लिए पंजीकरण चल रहे हैं। विवि से संबद्ध कालेजों में अधिकतर यूपी बोर्ड के ही छात्र-छात्राएं प्रवेश लेते हैं। ऐसे में मेरठ परिक्षेत्र के अंतर्गत बिना अंक के प्रमोट हुए करीब 54 हजार अभ्यर्थी हैं। वहीं वर्तमान परीक्षा में करीब 25 हजार छात्र-छात्राएं शामिल हो रहे हैं। ऐसे में इन छात्रों को भी दाखिले की दौड़ में शामिल करने के लिए विवि की पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने से पहले इन छात्रों के रिजल्ट भी यूपी बोर्ड को जारी करने होंगे।

chat bot
आपका साथी