शारीरिक व्‍यायाम से दूर होता है चिड़चिड़ापन, जानिए क्‍या है इनकी दिनचर्या

वंदना बालियान शिक्षिका हैं स्‍कूल में बच्‍चों को पढ़ाने के लिए जाना पड़ता है। तो दूसरी ओर अपने घर पर बच्‍चों को पालन पोषण करने की भी जिम्‍मेदारी है। काफी व्‍यस्‍त शेड्यूल होने के बाद भी वह अपने परिवार का पूरा ख्‍याल रखती है

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 09:31 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 09:31 AM (IST)
शारीरिक व्‍यायाम से दूर होता है चिड़चिड़ापन, जानिए क्‍या है इनकी दिनचर्या
इनकी दिनचर्या से सीखें स्‍वस्‍थ्‍य रहने के तरीके।

मेरठ, जेएनएन। एक पुरुष के मुकाबले महिलाओं को अधिक काम करना पड़ता है। घरेलू महिला होने पर बगैर किसी छुट्टी के पूरे साल घर का काम करना पड़ता है। वहीं अगर महिला कामकाजी हैं तो भी उन्‍हें दोहरा काम करना पड़ता है। घर से लेकर बाहर के कार्यों के लिए शरीर को पर्याप्‍त उर्जा की भी जरूरत होती है। महिलाओं को अक्‍सर वाय विकार की समस्‍या रहती है, विशेषज्ञों की माने तो अपनी रुटीन की दिनचर्या के बीच अगर महिलाएं सुबह कुछ समय ताजी हवा में सैर कर लें तो उन्‍हें वायु विकारों से पूरी तरह से राहत मिल जाएगी। जूनियर हाईस्‍कूल ललसाना मेरठ की सहायक शिक्षिका वंदना बालियान नियमित रूप से मार्निंग वाक करके खुद को पूरी तरह से स्‍वस्‍थ रखा है।

सुबह पांच बजे उठने का नियमित है समय

वंदना बालियान शिक्षिका हैं, स्‍कूल में बच्‍चों को पढ़ाने के लिए जाना पड़ता है। तो दूसरी ओर अपने घर पर बच्‍चों को पालन पोषण करने की भी जिम्‍मेदारी है। काफी व्‍यस्‍त शेड्यूल होने के बाद भी वह अपने परिवार का पूरा ख्‍याल रखती है, उनकी कोशिश रहती है कि सभी को घर का बना पौष्‍टिक भोजन ही मिले, बाहर से खाने को वह परहेज करती हैं। खुद सुबह पांच बजे वह बिस्‍तर छोड़ देती हैं। फिर गुनगुना पानी पीती हैं। सुबह वह आधे घंटे शारीरिक व्‍यायाम भी करती हैं, करीब तीन किलोमीटर मार्निंग वाक भी करती हैं। इसकी वजह से उनके स्‍वास्‍थ्‍य को काफी लाभ मिला है। वह बताती हैं कि पहले लगातार बैठे रहने की वजह से गैस की शिकायत रहती थी। मार्निंग वाक और शारीरिक व्‍यायाम करने से गैस की समस्‍या पूरी तरह से ठीक हो गई। साथ ही तनाव, ब्‍लड प्रेशर, शुगर जैसी बीमारियों से भी बचाव हुआ है। मन में सकारात्‍मक भाव रहता है, चिड़चिड़ापन नहीं रहता है। नींद भी अच्‍छी आती है। उनका मानना है कि इंसान 80 फीसद बीमारियों का खुद डाक्‍टर होता है। इसमें अगर नियमित दिनचर्या, योग, अभ्‍यास और उचित खान किया जाए तो खुद को स्‍वस्‍थ रख सकते हैं।

गैस से ऐसे पाएं निजात

बदहजमी से पेट में गैस बनती है। फिर शरीर में वात रोग होता है। गैस की वजह से पेट फूलने, बेचैनी, बदन दर्द, काम में मन न लगना, भूख खत्‍म होने से लेकर शारीरिक और मानसिक असंतुलन होने लगता है।

ये है कुछ कारण

गैस बनने के कई कारण हैं, चिकित्‍सकों के अनुसार कब्‍ज, अपच, चबाकर भोजन न करने, नित्‍यक्रिया को रोकना, चिंता, अवसाद, तनाव, गलत खान- पान से यह समस्‍या आती है।

ये आसन है उपयोगी

गैस को ठीक करने के लिए सुप्‍त पवन मुक्‍तासन, पश्‍चिमोत्‍तासन, धनुरासन, शलभासन, उत्‍तानपादासन, भुजंगासन, हलासन, मयूरासन, नौकासन के अलावा साइक्‍लिंग, कपालभाति प्राणायाम उपयोग होगा। 

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