परतापुर के पास डिवाइडर से हटाए स्ट्रीट लाइट के पोल
रैपिड रेल के लिए परतापुर के पास कुंडा गांव के सामने काम चल रहा है। यहां पर पिलर के लिए फाउंडेशन कार्य शुरू हो गया है।
मेरठ, जेएनएन। रैपिड रेल के लिए परतापुर के पास कुंडा गांव के सामने काम चल रहा है। यहां पर पिलर के लिए फाउंडेशन कार्य शुरू हो गया है। इस कार्य में बाधा बन रहे डिवाइडर पर लगे स्ट्रीट लाइटों के खंभों को हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। स्ट्रीट लाइट व विज्ञापन के पोल हट जाने से डिवाइडर को पूरी तरह से दोनों तरफ से घेर लिया जाएगा। रविवार को यहां पर करीब 40 पोल हटाए गए। स्ट्रीट लाइट के पोल हटाने के लिए नगर निगम से पिछले साल ही एनसीआरटीसी के बीच सहमति हो गई थी। इससे टिन वॉल का घेराव बढ़ा दिया गया। उधर, रोड चौड़ीकरण के लिए बाधा बन रहे पेड़ों को काटने के लिए भी वन विभाग की टीम पहुंच गई है। दरअसल, वन विभाग ने जिस एजेंसी को पेड़ काटने का जिम्मा दिया था उसने काम ही नहीं किया था। रविवार के अंक में दैनिक जागरण ने इस मुद्दे को प्रमुखता से प्रकाशित किया तब सुबह ही पेड़ काटने के लिए टीम भेज दी गई। अब परतापुर थाने की बाधा कौन दूर करेगा रैपिड रेल के लिए जहां-जहां बाधा उत्पन्न हो रही है उसको दूर करने के लिए प्रयास जारी है। सबसे बड़ा काम है रोड चौड़ीकरण है। इसके लिए सभी विभागों व संबंधित संस्थानों को पहले ही बताया जा चुका है फिर भी असहयोग हो रहा है। पहले वन विभाग ने पेड़ काटने में मनमानी की तो अब पुलिस विभाग मनमानी दिखा रहा है। परतापुर थाने के सामने दोनों तरफ बड़ी संख्या में कबाड़ वाहन पड़े हैं लेकिन इसे हटाया नहीं जा रहा है। यही नहीं थाने के सामने जो दुकानें हैं उसे भी पुलिस नहीं हटाने दे रही है। ऐसे में यहां पर चौड़ीकरण का कार्य नहीं हो पाया है। यदि यही रवैया रहा तो परतापुर में पिलर बनाने का लक्ष्य पिछड़ सकता है।