मेरठ में अजब हाल : परतापुर पुलिस को कुख्यात गैंगस्टर सुशील मूंछ के जमानतदारों का अता-पता नहीं
मुजफ्फरनगर के थाना रतनपुरी क्षेत्र के मथेड़ी गांव निवासी सुशील मूंछ अक्टूबर 2020 को कानपुर जेल से रिहा हुआ। वह परतापुर के सोरखा में डबल मर्डर और नई मंडी थानाक्षेत्र में साढ़े तीन साल पहले हुए चीकू हत्याकांड की आपराधिक साजिश रचने का आरोपित है।
मेरठ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश का कुख्यात गैंगस्टर सुशील मूंछ जमानत पर रिहा हो चुका है। इसके बाद भी परतापुर पुलिस को उसके जमानतदारों का पता नहीं है। जबकि एडीजी से लेकर कई अफसर सुशील मूंछ के जमानतदारों की जांच के आदेश दे चुके हैं। सुशील मूंछ को परतापुर के सोरखा में हुए डबल मर्डर में ही अदालत से जमानत मिली है। जमानत के बाद से सुशील मूंछ अपने घर नहीं पहुंचा और अंडर ग्राउंड हो गया है। ऐसे में बड़ी गैंगवार की आशंका भी जाहिर की जा रही है। नवनियुक्त कप्तान ने सभी गैंगस्टरों के जमानतदारों की सूची तैयार करने के आदेश दिए हैं।
मुजफ्फरनगर जनपद के थाना रतनपुरी क्षेत्र के मथेड़ी गांव निवासी सुशील मूंछ अक्टूबर 2020 को कानपुर जेल से रिहा हुआ। वह परतापुर के सोरखा में डबल मर्डर और नई मंडी थानाक्षेत्र में साढ़े तीन साल पहले हुए चीकू हत्याकांड की आपराधिक साजिश रचने का आरोपित है। उसने पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर किया था। सुशील मूंछ की जमानत अजीत पुत्र जयपाल निवासी अस्सा थाना बहसूमा, भरतवीर पुत्र दरियाव सिंह निवासी नगला काटर थाना फलावदा, सुनील राणा पुत्र इंद्रपाल राणा निवासी मसूरी बना थाना इंचौली, अजीत सिंह पुत्र इकबाल निवासी मसूरी ने दी है।
सुशील मूंछ के अंडर ग्राउंड होने के पीछे गैंगवार की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है। क्योंकि भूपेंद्र बाफर को भी जमानत मिल चुकी है। भूपेंद्र बाफर ने सुशील मूंछ पर हमला कराने के लिए रोहित उर्फ सांडू को पुलिस कस्टडी से भागने में मदद की थी। मामला इतना गंभीर होने के बाद भी परतापुर पुलिस के रिकार्ड में सुशील मूंछ के जमानतदारों का नाम तक अंकित नहीं है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी के आदेश पर ब्रह्मपुरी सीओ अमित राय ने परतापुर थाने पहुंचकर सुशील मूंछ का रिकार्ड तलब किया। दरअसल, सुशील मूंछ परतापुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। परतापुर थाने में सीओ ने इंस्पेक्टर और दीवान को चेतावनी देते हुए कहा है कि सुशील मूंछ के जमानतदारों के नाम अंकित किए जाएं। ताकि आरोपितों के फरार होने पर जमानतदारों पर कार्रवाई की जा सके।
इनका कहना है
सुशील मूंछ परतापुर थाने का गैंगस्टर है। परतापुर के सोरखा में हुए डबल मर्डर में ही जमानत पर रिहा हुआ है। परतापुर थाने में सुशील के जमानतदारों का कोई रिकार्ड नहीं है। ऐसे में इंस्पेक्टर को तत्काल जमानतदारों का रिकार्ड रखने के आदेश दिए हैं।
- अमित कुमार राय, सीओ ब्रह्मपुरी