पचास रुपये के विवाद में पथराव, युवक की गोली मारकर हत्या

हाजीपुर गांव में 50 रुपये छीनने को लेकर दो पक्षों में पथराव हो गया। पुलिस ने जब पीडि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 10:00 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 10:00 PM (IST)
पचास रुपये के विवाद में पथराव, युवक की गोली मारकर हत्या
पचास रुपये के विवाद में पथराव, युवक की गोली मारकर हत्या

मेरठ,जेएनएन। हाजीपुर गांव में 50 रुपये छीनने को लेकर दो पक्षों में पथराव हो गया। पुलिस ने जब पीड़ित पक्ष की शिकायत पर कार्रवाई नहीं की तो आरोपितों ने पीड़ित के बड़े बेटे की घर बुलाकर गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपित भाग गए। पुलिस ने चार लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।

हाजीपुर में करीब दस वर्ष से गुलजार पुत्र बल्लू स्वजन के साथ सनी के अहाते में रहता है और मजदूरी करता है। गुलजार के तीन बेटे हैं। सबसे बड़ा राशिद 25 वर्ष का है, जबकि छोटा बेटा अकरम दस साल का है। सोमवार सुबह दस बजे अकरम 50 रुपये लेकर किसी काम से जा रहा था। पड़ोसी कल्लू के बारह वर्षीय बेटे जुबैर ने मारपीट कर अकरम से रुपये छीन लिए। अकरम ने घर जाकर स्वजन को बताया। विरोध करने के लिए अकरम के स्वजन जब कल्लू के घर पहुंचे तो दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद पथराव हो गया। जिसमे अकरम की मां समेत कुछ लोग चोटिल हो गए। अकरम के स्वजन ने बिजली बंबा चौकी पर पहुंचकर तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

इसके बाद कल्लू, गुलजार के बड़े बेटे राशिद को अपने घर बुलाकर ले गया। कल्लू ने स्वजन के साथ मिलकर पहले राशिद पर चाकू से हमला किया और फिर गोली मारकर हत्या कर दी। पीड़ित स्वजन ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की। सीओ किठौर ब्रजेश सिंह ने दारोगा रोबिन सिंह को मौके पर ही जमकर फटकार लगाई और आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। गुलजार की तहरीर पर पुलिस ने कल्लू पुत्र अलाउद्दीन, उसके भाई फिरोज, साजिद और अफसर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया है।

गोली गलने के बाद तड़पता रहा राशिद

गोली लगने के बाद राशिद आरोपित की गली में ही तड़पता रहा, लेकिन मदद के लिए कोई नहीं आया। काफी देर बाद उसे उपचार के लिए मेरठ ले जाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई।

हत्या के बाद घर में बंद हुए लोग

पुलिस के गांव पहुंचने से पहले आरोपित भाग चुके थे। गली में सन्नाटा पसरा था। आस-पड़ोस के लोग भी घर से बाहर नहीं निकले। उधर, गली में राशिद का दस वर्षीय भाई अकरम खून को देखकर रोता रहा।

साहब.. खून का बदला खून चाहिए

सीओ किठौर जब पीड़ित स्वजन के पास पहुंचे तो राशिद की बहन ने रोते हुए कहा कि साहब.. खून का बदला खून चाहिए। सीओ ने उसे समझाकर शांत कराया।

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