बुलंदशहर: एसएसपी का फरमान-अवैध शराब बिकी तो चौकीदार की होगी सेवा समाप्त, जिले में हैं 951 चौकीदार
जीतगढ़ी गांव में शराब पीने से हुई छह की मौत के बाद सिस्टम पूरी तरह से हिला हुआ है। जिलाधिकारी और एसएसपी ने चौकीदारों की भी जिम्मेदारी तय कर दी है। कहा है कि यदि गांव में अवैध रूप से शराब बिकी तो उनकी सेवा तुरंत समाप्त कर दी जाएगी।
[मनोज मिश्र] बुलंदशहर। जीतगढ़ी गांव में शराब पीने से हुई छह की मौत के बाद सिस्टम पूरी तरह से हिला हुआ है। जिलाधिकारी और एसएसपी ने आबकारी विभाग के साथ-साथ चौकीदारों की भी जिम्मेदारी तय कर दी है। इन्हें दो टूक कह दिया है कि यदि गांव में अवैध रूप से शराब बिकी तो उनकी सेवा तुरंत समाप्त कर दी जाएगी।
प्रदेश के कई शहरों में अवैध रूप से बिक रही शराब लगातार कहर बरपा रही है। जब भी कोई घटना होती है तो नीचे से लेकर ऊपर तक हड़कंप मचता है, लेकिन वक्त के साथ मामला शांत हो जाता है। आठ फरवरी को जीतगढ़ी गांव में हुए शराब कांड को लेकर स्थानीय स्तर पर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने अधीनस्थों के साथ बैठक कर योजना बनाई है। यह योजना इस दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल बज गया है और प्रधानों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है।
चुनाव में शराब बांटने का भी खूब चलन है, इसलिए दोनों ही अधिकारियों ने अधीनस्थों के माध्यम से स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी सूरत में जिले में शराब की भट्टी सुलगनी नहीं चाहिए। यदि कहीं से कोई जानकारी मिलती है तो उस पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। एसएसपी ने थाना स्तर से सभी चौकीदारों को संदेश भी भिजवा दिया है कि यदि किसी भी गांव में अवैध शराब बिकती हुई पकड़ी गई तो तत्काल संबंधित चौकीदार की सेवा समाप्त कर दी जाएगी।
जिले में 26 थानों में 951 चौकीदार हैं। इनकी ड्यूटी हर छोटी-बड़ी सूचना थानेदार या बीट सिपाही को देने की है। शासन की ओर से चौकीदारों को निश्चित मानदेय भी दिया जाता है।
जिले में किसी भी सूरत में अवैध शराब की बिक्री नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए पुलिसकर्मियों के साथ-साथ चौकीदारों की भी जवाबदेही तय कर दी गई है।
संतोष कुमार सिंह, एसएसपी