Sports Events In Meerut: खेल संगठनों की निष्क्रियता, खिलाड़ियों का पलायन, पूरे सत्र में नहीं हो रही एक भी प्रतियोगिता

Sports Events In Meerut देश के हर जिले से पदकवीर हुनर चुन कर निकालने के लिए ही एथलेटिक्स फेडरेशन आफ इंडिया की ओर से नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट एथलेटिक्स चैंपियनशिप आयोजित कराई जाती है जिसमें सीधे जिले से राष्ट्रीय फलक तक पहुंचते हैं।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 10:30 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 10:30 AM (IST)
Sports Events In Meerut: खेल संगठनों की निष्क्रियता, खिलाड़ियों का पलायन, पूरे सत्र में नहीं हो रही एक भी प्रतियोगिता
कुछ खेल संगठन पूरे सत्र में नहीं कराते एक भी प्रतियोगिताएं नहीं कराते।

मेरठ, जागरण संवाददाता। खेल सत्र के दौरान प्रतियोगिताओं का आयोजन, खिलाडिय़ों की उपलब्धियों को प्रदेश व राष्ट्रीय संगठन तक पहुंचाना, सरकार तक पहुंचाने, उन्हें पुरस्कार दिलवाने आदि की जिम्मेदारी खेल संगठनों की होती है। खेल विभाग के अंतर्गत कैलाश प्रकाश स्पोट्र्स स्टेडियम में संचालित तमाम खेलों के प्रशिक्षण में शामिल खिलाडिय़ों की प्रगति भी देखने की जिम्मेदारी खेल संघ की ही होती है जिससे अच्छे टैलेंट को चुनकर आगे बढ़ाया जा सके। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि कागजों पर जिला स्तर पर भी सारे खेल संघ सक्रिय हैं लेकिन खेल के मैदान पर नजर नहीं आते हैं।

ताकि देश के हर कोने से निकलें पदकवीर

देश के हर जिले से पदकवीर हुनर चुन कर निकालने के लिए ही एथलेटिक्स फेडरेशन आफ इंडिया की ओर से 'नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट एथलेटिक्स चैंपियनशिप' आयोजित कराई जाती है जिसमें सीधे जिले से राष्ट्रीय फलक तक पहुंचते हैं। एथलेटिक्स की सफलता को देखते हुए भारतीय मुक्केबाजी संघ ने भी दो साल पहले नेशनल इंटर-डिस्ट्रिक्ट मुक्केबाजी प्रतियोगिता का आयोजन शुरू किया और पहली प्रतियोगिता बुलंदशहर में ही हुई। अन्य खेलों को भी यही सुझाव दिए गए और इसीलिए जिला स्तर पर भी खेल संघों को मान्यता दी जाती है।

कुछ दिखते, कुछ कभी न दिखते

जिला स्तर की प्रतियोगिताओं का आयोजन मेरठ में एथलेटिक्स, फुटबाल, बास्केटबाल, क्रिकेट, कुश्ती, बैडमिंटन, तीरंदाजी, भारोत्तोलन, कबड्डी, हाकी, ताइक्वांडो, वुशू आदि कुछ खेल संगठन करते रहते हैं। इनके अलावा लंबे अर्से से तैराकी, जिमनास्टिक, वालीबाल, शूटिंग, टेबल-टेनिस, साइक्लिंग, लान टेनिस आदि संगठनों की ओर से कोई प्रतियोगिताएं जिला स्तर पर आयोजित नहीं की गई। इन खेलों के खिलाड़ी अपने खेल करियर को संवारने दिल्ली या हरियाणा का रुख करते हैं।

इनका कहना है

खेल और खिलाड़ी को बढ़ावा देने में चोल संगठनों का प्रमुख योगदान होता है। संगठनों के जरिए ही टीमों में शामिल होकर खिलाड़ी प्रदेश या राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करते हैं। जो संगठन ऐसा करते हैं उनका रिजल्ट भी हमें दिखता है। जिले में मान्यता प्राप्त सभी खेल संगठनों की एक बैठक कर इस पर चर्चा करेंगे।

- गदाधर बारीकी, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी, मेरठ

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