वेस्ट यूपी में ब्राह्मण समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी की उठी मांग, मुजफ्फरनगर में सपा नेताओं की अगुवाई में हुआ ब्राह्मण सम्मेलन
विधानसभा चुनाव करीब आते ही प्रदेश में जातीय राजनीति पर भी रंग चढऩे लगा है। रविवार को मुजफ्फरनगर के जीआइसी मैदान में सपा नेताओं की अगुवाई में ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में वेस्ट यूपी में समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी होनी चाहिए।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर: ब्राह्मण सम्मेलन में समाज की एकता का संदेश देने के साथ ही वक्ताओं ने सत्ता परिवर्तन को हुंकार भरी गई। मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली से आए लोगों ने कहा कि जो ब्राह्मण का सम्मान करेगा, उसका समर्थन किया जाएगा। आगामी विधानसभा चुनाव में वेस्ट यूपी में समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी होनी चाहिए।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि कोरोना काल में डायल 102 व 108 ने लोगों की जान बचाई। यह योजना सपा सरकार की थी। सपा राज में 12वीं पास बेटियों को कन्या विद्याधन और लैपटाप दिए। पढ़ाई में निपुण होने के चलते ब्राह्मण समाज के बच्चों को योजना का सर्वाधिक लाभ मिला। अब राजनीति परिवर्तन के लिए के लिए सभी को प्रयास करने होंगे। सपा नेता राकेश शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण यदि जातिवादी होता तो रावण के पुतले नहीं फूंके जाते और भगवान राम की पूजा नहीं होती। कहा कि ब्राह्मण को वेस्ट में राजनीतिक हिस्सेदारी चाहिए। प्रदेश में समाज के लोगों को अपमानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रस्म पगड़ी कार्यक्रम में ब्राह्मण को गलत शब्दों से संबांधित किया जाता है। इसका विरोध करना होगा। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और मुलायम ङ्क्षसह यादव के सहयोग से लखनऊ में भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित कराई जा रही है। सम्मेलन में ब्राह्मण समाज के खाप चौधरी और मुख्य अतिथियों को भगवान परशुराम की प्रतिमा, फरसा देकर और पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। अतिथियों ने फरसा फहराकर भीड़ का अभिनंदन स्वीकारा। ओमप्रकाश शर्मा, पं. उमादत्त शर्मा, अमलेश शर्मा, राजकिशोर शर्मा ने समाज की एकता पर बल दिया।
यहां की माटी से 30 साल का नाता
पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने कहा कि उनके पिता 30 साल पहले मुजफ्फरनगर के डीएम रहे हैं। बचपन में इसी मैदान पर क्रिकेट खेला है। उन्होंने कहा कि बंद मु_ी लाख की और खुली खाक की। इस वाक्य को समझाना और जीवन में उतारना होगा। जनपद की जमीन से पूर्व में बड़े राजनीतिक परिवर्तन हुए हैं। वेस्ट की भूमि से चौ. चरण सिंह जीतकर प्रधानमंत्री बने।
ब्राह्मण के बगैर सत्ता नहीं मिलेगी : माता प्रसाद पांडेय
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। विधानसभा चुनाव करीब आते ही प्रदेश में जातीय राजनीति पर भी रंग चढऩे लगा है। इसी कड़ी में रविवार को मुजफ्फरनगर के जीआइसी मैदान में सपा नेताओं की अगुवाई में ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें समाजवादी पार्टी के दिग्गजों ने भाजपा सरकार को ब्राह्मण और किसान विरोधी बताते हुए एकजुटता की अपील की। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि बगैर ब्राह्मण के सत्ता नहीं मिलेगी। परिवर्तन का समय आ गया है। पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्र ने कहा कि भाजपा के विरोध को घर के बाहर कुर्सी उल्टी करके और गांव के बाहर खाट (चारपाई) खड़ी करके रखना।
ब्राह्मण सम्मेलन में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि समाज आज कहां खड़ा है? देश कहां जा रहा है? इस पर मंथन करने का समय है। यही हाल रहा तो आने वाला समय बड़ा भयानक होगा। बच्चों और युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। इतिहास से सबक लेते हुए चाणक्य सरीखी नीतियों पर अमल करने की जरूरत हैं। समझौता करके राजशक्ति हासिल करनी होगी। किसान आंदोलन में सभी बिरादरियां एकजुट हुईं तो बड़ी ताकत बनीं। ब्राह्मण को भी एकजुट होना होगा। भाजपा और बसपा राज में ब्राह्मण पर जुल्म हुए हैं। सभी यह जान लें कि बगैर ब्राह्मण के सत्ता हाथ नहीं आएगी।
पूर्व मंत्री और सपा के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक मिश्र ने कहा कि भाजपा ने किसानों को अपमानित करने का कार्य किया है। किसान भी अडिग हैं। यही ताकत आने वाले वक्त का स्वरूप बदलने जा रही है। सपा की सरकार बनने पर तीनों कृषि कानून रद करने के लिए कानून बनाया जाएगा। बिजली कीमतें कम की जाएंगी और प्रयास रहेगा कि किसानों का बिल माफ हो। भाजपा ने जनता से झूठे वादे किए। ऐसी झूठी सरकार को बदलने का समय आ गया है। भाजपाई आपके द्वार आएं तो विरोध करो। भाजपाई ङ्क्षहदू-मुसलमान, मंदिर-मस्जिद, श्मशान-कब्रिस्तान की बात करेंगे। जब कुछ नहीं बचेगा तो पाकिस्तान की बात करेंगे। कार्यक्रम के आयोजक सपा नेता राकेश शर्मा ने सभी का आभार जताया। अध्यक्षता सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी और संचालन मनमोहन शर्मा ने किया।