बार एसोसिएशन ने जाम से पल्ला झाड़ा, सपा नेता पर ठीकरा फोड़ा

अधिवक्ता आत्महत्या प्रकरण में सोमवार को फिर कमिश्नर कार्यालय के बाद मानव श्रृंखला बनाकर करीब तीस मिनट तक जाम लगा दिया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Feb 2021 06:25 AM (IST) Updated:Tue, 16 Feb 2021 06:25 AM (IST)
बार एसोसिएशन ने जाम से पल्ला झाड़ा, सपा नेता पर ठीकरा फोड़ा
बार एसोसिएशन ने जाम से पल्ला झाड़ा, सपा नेता पर ठीकरा फोड़ा

मेरठ, जेएनएन। अधिवक्ता आत्महत्या प्रकरण में सोमवार को फिर कमिश्नर कार्यालय के बाद मानव श्रृंखला बनाकर करीब तीस मिनट तक जाम लगा दिया। शहर के प्रमुख क्षेत्र में जाम लगने से लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि इस जाम से अधिवक्ताओं ने पल्ला झाड़ लिया। इसे राजनीतिक स्टंट की संज्ञा दी गई है। सपा के नेताओं पर सड़क जाम करने का आरोप लगाया गया।

मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर त्यागी और महामंत्री सचिन चौधरी ने बताया कि आमसभा के बाद अधिवक्ता एसएसपी आफिस पर गए थे। उसी समय कमिश्नर कार्यालय के बाहर राजपाल सिंह ने बतौर सपा जिलाध्यक्ष अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर जाम लगाया है। अध्यक्ष का कहना है कि इस जाम से अधिवक्ताओं का कोई लेना देना नहीं है। राजपाल सिंह ने अधिवक्ता की हैसियत से नहीं, बल्कि सपा कार्यकर्ताओं के साथ सड़क जाम की है। अधिवक्ताओं ने एसएसपी आफिस से कमिश्नर कार्यालय पर पहुंचकर जाम खुलवाया। महावीर त्यागी ने कहा है कि इस जाम से उनका कोई लेनादेना नहीं है। पुलिस जाम का नेतृत्व करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करे।

पहले अधिवक्ता, समाजवादी पार्टी का पदाधिकारी बाद में हूं: राजपाल सिंह

उधर, सपा जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह का कहना है कि पार्टी का पदाधिकारी बाद में हूं, अधिवक्ता की प्रैक्टिस 43 साल से कर रहा हूं। बार के अध्यक्ष महावीर और महामंत्री सचिन चौधरी तो अधिवक्ताओं की हड़ताल भी नहीं चाह रहे थे। अधिवक्ताओं ने आमसभा में दोनों का कड़ा विरोध किया, जिसके बाद मजबूरी में एसएसपी आफिस तक अधिवक्ताओं के साथ पहुंचे। राजपाल बोले कि जाम में हमारे साथ अधिवक्ता मौजूद थे, जिसकी फोटो भी हमारे पास है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सभी आंदोलन खत्म कर दिए हैं। अब अधिवक्ता की मौत पर भी इंसाफ नहीं मांगा जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकाल में पहले किसान आत्महत्या कर रहे थे। फिर व्यापारी और अब अधिवक्ताओं ने भी आत्महत्या शुरू कर दी है। उन्होंने पुलिस कार्रवाई पर आरोप लगाया कि थाने के बाहर जाम लगाने पर तब आठ घंटे बाद मुकदमा दर्ज हुआ था। गिरफ्तारी नहीं हुई तो फिर भी सड़क जाम करने से पीछे नहीं हटेंगे।

किसी भी एजेंसी से जांच करा लें, खिलाफ साक्ष्य मिल जाएं तो खुद कर दूंगा सरेंडर: दिनेश खटीक

वरिष्ठ अधिवक्ता आत्महत्या प्रकरण में घिरे भाजपा विधायक दिनेश खटीक ने कुछ सपा नेताओं पर षडयंत्र रचने का आरोप लगाया है। कहा कि समय आने पर उनका नाम प्रमाण के साथ खोला जाएगा। उनका कहना है कि जिला पंचायत चुनाव में विपक्षी पार्टियों की जमीन हस्तिनापुर विधानसभा में खिसकी हुई है। इसी के चलते सपा नेता षडयंत्र रच रहे हैं। सपा के जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह सपा कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन से लेकर जाम में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक सपा नेता अपने परिवार के सदस्य को हस्तिनापुर विधानसभा से जिला पंचायत चुनाव की तैयारी करा रहे हैं। हारने के डर से ही पूरा षडयंत्र रचा जा रहा है। दिनेश ने कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ता आत्महत्या प्रकरण की जांच निष्पक्ष होनी चाहिए। किसी भी एजेंसी से जांच कराई जाए, हम पूरी तरह से जांच में सहयोग करेंगे। यदि हमारे खिलाफ कोई साक्ष्य मिल जाए तो खुद ही सरेंडर कर देंगे। उन्होंने बताया कि अधिवक्ता ओमकार पर लगातार खतौली पुलिस दबाव बना रही थी। तभी हमारे पास समझौते के लिए आए थे। अधिवक्ता का पक्ष रखते हुए ही दोनों पक्षों में समझौता कराया था। अधिवक्ता से सिर्फ समझौते के अगले दिन ही फोन पर बातचीत हुई है। उसके बाद हमारी तरफ से कोई बातचीत तक नहीं हुई। विधायक ने कहा कि हमारी पूरी संवेदना पीड़ित परिवार के साथ है।

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