साठ हजार दो या शपथ पत्र पर लिखो-बच्चा मेरा नहीं है

प्रसव के बाद बेहाल पत्नी और बच्चे को ठेले पर लिटाकर युवक किसान नेताओं के साथ थाने

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 06:30 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 06:30 AM (IST)
साठ हजार दो या शपथ पत्र पर लिखो-बच्चा मेरा नहीं है
साठ हजार दो या शपथ पत्र पर लिखो-बच्चा मेरा नहीं है

मेरठ,जेएनएन। प्रसव के बाद बेहाल पत्नी और बच्चे को ठेले पर लिटाकर युवक किसान नेताओं के साथ थाने पहुंच गया। युवक का आरोप था कि मरीजो को कमीशन पर दूसरे अस्पताल में भेजने वाले युवक ने नवजात के उपचार पर खर्च हुए 60 हजार रुपये की मांग कर रहा था। उसके खिलाफ परतापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। गर्दन फंसती देख युवक ने इलाज का खर्च खुद वहन कर समझौता कर लिया लेकिन अभी वह पुलिस की हिरासत में है।

परतापुर की काशीराम आवासीय योजना में रहने वाले आकाश ने बताया कि तीन दिन पहले गर्भवती पत्नी गीता को अस्पताल ले जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही प्रसव हो गया। जानकारी मिलने पर प्राकृतिक थेरैपी सेंटर की संचालिका पूनम और अछरोंड़ा रोड के अस्पताल संचालक विशाल मौके पर पहुंच गए। विशाल अपने अस्पताल में मरीजों को भर्ती कर कमीशन पर दूसरे अस्पतालों में भेज देता है। विशाल ने नवजात को बेगमपुल स्थित दयानंद अस्पताल में भर्ती कराया।

बताया जाता है कि नवजात के इलाज पर 60 हजार रुपये खर्च हुए। बिना भुगतान किए दंपती को नवजात नहीं दिया गया। विशाल ने दंपती से 60 हजार रुपये मागे। दंपती ने रकम देने में असमर्थता जताई तो विशाल ने कहा कि शपथ पत्र पर लिखकर दो कि यह बच्चा मेरा नहीं है। बच्चे को हमारे हवाले कर दोगे तो 60 हजार रुपये नहीं लिए जाएंगे। आकाश पत्नी और अपने बड़े बेटे को ठेले पर लिटाकर किसान नेता ऋषि पाल घोपला के पास पहुंचा। किसान नेता उसके साथ थाने पहुंचे और हंगामा किया।

इंस्पेक्टर शैलेंद्र प्रताप का कहना है कि आकाश की शिकायत पर विशाल को थाने बुलाया गया। उसने बच्चे के उपचार को लेकर दयानंद अस्पताल में बातचीत की तो अस्पताल प्रबंधन ने 60 हजार की रकम घटाकर साढ़े 12 हजार रुपये कर दी। पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए यह रकम विशाल ने अस्पताल में जमा कर दी। इसके बाद आकाश पत्नी और बच्चे को थाने से लेकर लौट गया। फिलहाल पुलिस ने विशाल को हिरासत में ले लिया है, क्योंकि विशाल पर कोई भी डिग्री नहीं है उसके बावजूद भी अस्पताल संचालित कर रहा है। इंस्पेक्टर शैलेंद्र प्रताप का कहना है कि पूरे मामले की जाच की जा रही है। किसानों ने दिया थाने पर धरना

दंपती को लेकर थाने पहुंचे किसान नेता विजयपाल उर्फ ऋषिपाल घोपला के साथ इंस्पेक्टर ने अभद्रता की, जिसे लेकर किसान नेता थाने में धरने पर बैठ गए।

------

इन्होंने कहा---

जानकारी मिलने पर बच्चे को दयानंद अस्पताल से रेफर कराकर जिला महिला चिकित्सालय के बच्चा वार्ड स्थित नर्सरी में भर्ती करा दिया गया है। उसके उपचार के लिए डाक्टरों की विशेष टीम लगाई गई है। अस्पताल संचालित करने वाले विशाल की डिग्री आदि की भी जाच की जा रही है।

- अखिलेश मोहन, सीएमओ

chat bot
आपका साथी