छह चीनी मिलों ने किया पांच लाख कुंतल चीनी का उत्पादन

नवंबर के दूसरे सप्ताह में शुरू हुए सत्र 2021-22 के तहत सभी चीनी मिलों में गन्ना पे

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 02:15 AM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 02:15 AM (IST)
छह चीनी मिलों ने किया पांच लाख कुंतल चीनी का उत्पादन
छह चीनी मिलों ने किया पांच लाख कुंतल चीनी का उत्पादन

मेरठ,जेएनएन। नवंबर के दूसरे सप्ताह में शुरू हुए सत्र 2021-22 के तहत सभी चीनी मिलों में गन्ना पेराई जारी है। मेरठ जिले की छह चीनी मिलों में 48800 टीसीडी (टन क्रशिग पर डे) क्षमता के साथ गन्ने की पेराई की जा रही है। गन्ना विभाग के अनुसार, 25 नवंबर तक जिले की सभी चीनी मिलों ने 60.43 लाख कुंतल गन्ना खरीदा है। इसके सापेक्ष 5.02 लाख कुंतल चीनी उत्पादन हुआ है। चीनी परता 9.53 दर्ज की गई है।

किनौनी मिल की चीनी बिक्री पर रोक पिछले पेराई सत्र 2020-21 के अंतर्गत किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान समय से न करने पर गन्ना विभाग ने किनौनी मिल की चीनी बिक्री पर रोक लगा दी थी। चीनी मिल की ओर से भुगतान करने की शर्त पर आठ दिन बाद चीनी बिक्री की अनुमति दे दी गई है। नया पेराई सत्र 2021-22 शुरू हो चुका है, लेकिन किनौनी व मोहिउद्दीनपुर चीनी मिलों पर पिछले पेराई सत्र का लगभग 246 करोड़ गन्ना भुगतान बकाया है। गन्ना भुगतान न होने पर ही चीनी मिल पर कार्रवाई की गई है।

मंडी के खाद्य तेल के व्यापारियों को राहत: दिल्ली नवीन मंडी में खाद्य तेलों की बिक्री करने वाले व्यापारियों पर 17 अक्टूबर से एक प्रतिशत यूजर चार्ज लगा दिया गया था। नवीन मंडी के प्रधान मनोज गुप्ता ने बताया कि इसके खिलाफ 23 व्यापारी हाइकोर्ट चले गए थे। हाइकोर्ट ने अपने आदेश में अग्रिम सुनवाई तक यूजर चार्ज लेने पर रोक लगा दी है। मनोज गुप्ता ने बताया कि पहले व्यापारी को सिर्फ जीएसटी देना होता था। मंडी के व्यापारियों पर यह अतिरिक्त शुल्क लगा दिया था। इसका वह विरोध कर रहे थे। मंडी के बाहर कोई शुल्क नहीं है। नवीन मंडी के सचिव विजेन कुमार बालियान ने बताया कि मंडी परिषद ने खाद्य तेलों के विक्रेताओं पर यूजर चार्ज लगाया है। कोर्ट के आदेश की प्रति मिली है जिस पर मुख्यालय से निर्देश मांगे गए हैं।

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