बहन से करता था गलत हरकत मां ने सुपारी देकर करा दी हत्या
छत पर सो रहे युवक की बुधवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस जांच में बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया। युवक बहन के साथ गलत हरकत करता था। मां ने कई बार समझाने का प्रयास किया नहीं माना तो 50 हजार की सुपारी देकर बेटे की हत्या करा दी। पुलिस ने मां समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
जेएनएन, मेरठ। छत पर सो रहे युवक की बुधवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस जांच में बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया। युवक बहन के साथ गलत हरकत करता था। मां ने कई बार समझाने का प्रयास किया, नहीं माना तो 50 हजार की सुपारी देकर बेटे की हत्या करा दी। पुलिस ने मां समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के लक्खीपुरा निवासी परवेज बुधवार रात छत पर सो रहा था। रात करीब साढ़े 12 बजे गोली की आवाज सुनकर किरायेदार नौशाद छत पर पहुंचा तो परवेज खून से लथपथ मृत पड़ा था। तभी एक युवक घर से निकल रहा था, जबकि दूसरा बाइक स्टार्ट करे खड़ा था।
थाना प्रभारी प्रशांत कपिल ने बताया कि मृतक की मां से सख्ती से पूछताछ की तो सच सामने आ गया। उसने बताया कि बेटा नशे का आदि था। वह छोटी बहन के साथ भी गलत हरकत करता था। बेटे की हरकतों से आजिज आकर महिला ने रिश्तेदार युवक को 50 हजार रुपये में हत्या की सुपारी दे दी। 15 दिन पहले युवक को 25 हजार रुपये बतौर एडवांस दिए थे। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपित तनवीर और शाहरुख निवासी अली बाग कालोनी न्यू इस्लाम नगर और मृतक की मां को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से बाइक, तमंचा और कारतूस भी बरामद किए हैं।
शव जलाने की थी सूचना जलाए जा रहे थे कागजात
जेएनएन, मेरठ। लावड़-समसपुर मार्ग पर एक मैदान में गुरुवार को शव जलाने की सूचना पर पुलिस के होश उड़ गए। पुलिस ने मौके पर पड़ताल की तो कुछ लोग पुराने कागजात जलाते हुए मिले।
लावड़ व महलका चौकी क्षेत्र की सीमा के पास एक कंपनी के पुराने कागजात जलाए जा रहे थे। किसी राहगीर ने आग देख शव जलाने की सूचना पुलिस को दी। अफसरों ने तत्काल इंचौली और फलावदा थाने की पुलिस को भेजा। लावड़ चौकी इंचार्ज अंकित चौहान और महलका थाने से पवन मलिक मौके पर पहुंचे और जानकारी की। मौके पर ही एक कंपनी के कर्मचारी पुराने कागज और रद्दी जलाते मिले। कर्मचारी ने पुलिस को बताया कि शहर में कागजात न जलाने की वजह से वे देहात क्षेत्र में कागजात जला रहे थे। वहीं खड़ी एक गाड़ी में बहीखाते और कुछ कानूनी किताबें भी थीं। दारोगा अंकित चौहान का कहना है कि जांच पड़ताल के बाद कर्मचारी को हिदायत दी कि वे अपने घर अथवा जंगल में कागजात को जलाएं, जिसके बाद वह वहां से चला गया।